0
Ek Manzil Rahi Do - Lata Mangeshkar & Mukesh
0 0

Ek Manzil Rahi Do Lata Mangeshkar & Mukesh

Ek Manzil Rahi Do - Lata Mangeshkar & Mukesh
[Intro]
एक मंज़िल, राही दो, फिर प्यार ना कैसे हो?
फिर प्यार ना कैसे हो?
साथ मिले जब दिल को, फिर प्यार ना कैसे हो?
फिर प्यार ना कैसे हो?

[Verse 1]
हम भी वो ही हैं, दिल भी वो ही है, धड़कन मगर नई है
देखो तो, मीत, आँखों में प्रीत क्या रंग भर गई है?
हाँ, क्या रंग भर गई है?

[Chorus]
एक मंज़िल, राही दो, फिर प्यार ना कैसे हो?
फिर प्यार ना कैसे हो?

[Verse 2]
निकले हैं धुन में, अपनी लगन में, मंज़िल बुला रही है
ठंडी हवा भी अब तो मिलन के नग़्मे सुना रही है
ओ, नग़्मे सुना रही है

[Chorus]
एक मंज़िल, राही दो, फिर प्यार ना कैसे हो?
फिर प्यार ना कैसे हो?

[Verse 3]
देखो वो फूल, दुनिया से दूर आ कर कहाँ खिला है
ओ, मेरी तरह ये ख़ुश है, ज़रूर इसको भी कुछ मिला है
हाँ, इसको भी कुछ मिला है
Comments (0)
The minimum comment length is 50 characters.
Information
There are no comments yet. You can be the first!
Login Register
Log into your account
And gain new opportunities
Forgot your password?