रघुकुल रीत सदा चली आई
प्राण जाए पर वचन न जाई
[Instrumental break]
रघुवर तेरी राह निहारे
रघुवर तेरी राह निहारे
सातों जन्म से सिया
घर मोरे परदेसिया
आओ पधारो पिया
घर मोरे परदेसिया
आओ पधारो पिया
ना तो मईया की लोरी
ना ही फागुन कि होरी
मोहे कुछ दूसरा ना भाए रे
जबसे नैना ये जाके
एक धनुर्धर से लागे
तबसे बिरहा मोहे सताए रे
हा
ना तो मईया की लोरी
ना ही फागुन कि होरी
मोहे कुछ दूसरा ना भाए रे
जबसे नैना ये जाके
एक धनुर्धर से लागे
तबसे बिरहा मोहे सताए रे
प्राण जाए पर वचन न जाई
[Instrumental break]
रघुवर तेरी राह निहारे
रघुवर तेरी राह निहारे
सातों जन्म से सिया
घर मोरे परदेसिया
आओ पधारो पिया
घर मोरे परदेसिया
आओ पधारो पिया
ना तो मईया की लोरी
ना ही फागुन कि होरी
मोहे कुछ दूसरा ना भाए रे
जबसे नैना ये जाके
एक धनुर्धर से लागे
तबसे बिरहा मोहे सताए रे
हा
ना तो मईया की लोरी
ना ही फागुन कि होरी
मोहे कुछ दूसरा ना भाए रे
जबसे नैना ये जाके
एक धनुर्धर से लागे
तबसे बिरहा मोहे सताए रे
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