0
Rajvaadi Odhni - Jonita Gandhi
0 0

Rajvaadi Odhni Jonita Gandhi

Rajvaadi Odhni - Jonita Gandhi
लटक मटक चली
दिल को पटक चली
पकड़े कलाई को
बांह को चटक चली

ज़रा इधर चली
ज़रा उधर चली
गदर मचाया तूने
जहां जिधर चली
छोड़ छाड़ नैहर की गलियां
कौन है वो जिस पिया के घर चली

मन तरसे रे
रंग बरसे रे
मन तरसे रे, तरसे रे, तरसे रे
रंग बरसे रे, बरसे रे, बरसे रे
चैन की लुटेरी हूं मैं
निंदियां की चोरनी

लाई दे
लाई दे, लाई लाई दे मोहे रजवाड़ी ओढ़ीनी
लाई दे, लाई लाई दे मोहे रजवाड़ी ओढ़ीनी
लाई लाई दे, लाई लाई दे मोहे रजवाड़ी ओढ़ीनी
लाई दे, लाई लाई दे मोहे रजवाड़ी ओढ़ीनी

ज़रा इधर चली
ज़रा उधर चली
गदर मचाया तूने
जहां जिधर चली
छोड़ छाड़ नैहर की गलियां
कौन है वो जिस पिया के घर चली
Comments (0)
The minimum comment length is 50 characters.
Information
There are no comments yet. You can be the first!
Login Register
Log into your account
And gain new opportunities
Forgot your password?