0
Rajvaadi Odhni - Jonita Gandhi
0 0

Rajvaadi Odhni Jonita Gandhi

На этой странице вы найдете полный текст песни "Rajvaadi Odhni" от Jonita Gandhi. Lyrxo предлагает вам самый полный и точный текст этой композиции без лишних отвлекающих факторов. Узнайте все куплеты и припев, чтобы лучше понять любимую песню и насладиться ею в полной мере. Идеально для фанатов и всех, кто ценит качественную музыку.
Rajvaadi Odhni - Jonita Gandhi
लटक मटक चली
दिल को पटक चली
पकड़े कलाई को
बांह को चटक चली

ज़रा इधर चली
ज़रा उधर चली
गदर मचाया तूने
जहां जिधर चली
छोड़ छाड़ नैहर की गलियां
कौन है वो जिस पिया के घर चली

मन तरसे रे
रंग बरसे रे
मन तरसे रे, तरसे रे, तरसे रे
रंग बरसे रे, बरसे रे, बरसे रे
चैन की लुटेरी हूं मैं
निंदियां की चोरनी

लाई दे
लाई दे, लाई लाई दे मोहे रजवाड़ी ओढ़ीनी
लाई दे, लाई लाई दे मोहे रजवाड़ी ओढ़ीनी
लाई लाई दे, लाई लाई दे मोहे रजवाड़ी ओढ़ीनी
लाई दे, लाई लाई दे मोहे रजवाड़ी ओढ़ीनी

ज़रा इधर चली
ज़रा उधर चली
गदर मचाया तूने
जहां जिधर चली
छोड़ छाड़ नैहर की गलियां
कौन है वो जिस पिया के घर चली
Комментарии (0)
Минимальная длина комментария — 50 символов.
Информация
Комментариев пока нет. Вы можете быть первым!
Войти Зарегистрироваться
Войдите в свой аккаунт
И получите новые возможности