सीने में सुलगते हैं अरमाँ
आँखों में उदासी छाई है
ये आज तेरी दुनिया से हमें
तक़दीर कहाँ ले आई है
सीने में सुलगते हैं अरमाँ
कुछ आँख में आँसू बाक़ी हैं
जो मेरे ग़म के साथी हैं
जो मेरे ग़म के साथी हैं
अब दिल है ना दिल के अरमाँ हैं
अब दिल है ना दिल के अरमाँ हैं
बस मैं हूँ, मेरी तन्हाई है
सीने में सुलगते हैं अरमाँ
ना तुझसे गिला कोई हमको
ना कोई शिकायत दुनिया से
दो-चार क़दम जब मंज़िल थी
दो-चार क़दम जब मंज़िल थी
क़िस्मत ने ठोकर खाई है
सीने में सुलगते हैं अरमाँ
एक ऐसी आग लगी मन में
जीने भी ना दे, मरने भी ना दे
चुप हूँ तो कलेजा जलता है
चुप हूँ तो कलेजा जलता है
बोलूँ तो तेरी रुसवाई है
सीने में सुलगते हैं अरमाँ
आँखों में उदासी छाई है
ये आज तेरी दुनिया से हमें
तक़दीर कहाँ ले आई है
सीने में सुलगते हैं अरमाँ
कुछ आँख में आँसू बाक़ी हैं
जो मेरे ग़म के साथी हैं
जो मेरे ग़म के साथी हैं
अब दिल है ना दिल के अरमाँ हैं
अब दिल है ना दिल के अरमाँ हैं
बस मैं हूँ, मेरी तन्हाई है
सीने में सुलगते हैं अरमाँ
ना तुझसे गिला कोई हमको
ना कोई शिकायत दुनिया से
दो-चार क़दम जब मंज़िल थी
दो-चार क़दम जब मंज़िल थी
क़िस्मत ने ठोकर खाई है
सीने में सुलगते हैं अरमाँ
एक ऐसी आग लगी मन में
जीने भी ना दे, मरने भी ना दे
चुप हूँ तो कलेजा जलता है
चुप हूँ तो कलेजा जलता है
बोलूँ तो तेरी रुसवाई है
सीने में सुलगते हैं अरमाँ
Comments (0)
The minimum comment length is 50 characters.