रज्ज के रुलाया
रज्ज के हंसाया
मैंने दिल खो के इश्क कमाया
माँगा जो उसने एक सितारा
हमने ज़मीन पे चाँद बुलाया
जो आँखों से हाय
वो जो आँखों से इक पल ना ओझल हुवे
वो जो आँखों से इक पल ना ओझल हुवे
लापता हो गए देखते देखते
सोचता हूँ
सोचता हूँ के वो कितने मासूम थे
सोचता हूँ के वो कितने मासूम थे
क्या से क्या हो गए देखते देखते
सोचता हूँ के वो कितने मासूम थे
क्या से क्या हो गए देखते देखते
सोचता हूँ के वो कितने मासूम थे
सोचता हूँ के वो कितने मासूम थे
क्या से क्या हो गए देखते देखते
वो जो केहते थे बिछड़ेंगे ना हम कभी
वो जो केहते थे बिछड़ेंगे ना हम कभी
अलविदा हो गए देखते देखते
सोचता हूँ
रज्ज के हंसाया
मैंने दिल खो के इश्क कमाया
माँगा जो उसने एक सितारा
हमने ज़मीन पे चाँद बुलाया
जो आँखों से हाय
वो जो आँखों से इक पल ना ओझल हुवे
वो जो आँखों से इक पल ना ओझल हुवे
लापता हो गए देखते देखते
सोचता हूँ
सोचता हूँ के वो कितने मासूम थे
सोचता हूँ के वो कितने मासूम थे
क्या से क्या हो गए देखते देखते
सोचता हूँ के वो कितने मासूम थे
क्या से क्या हो गए देखते देखते
सोचता हूँ के वो कितने मासूम थे
सोचता हूँ के वो कितने मासूम थे
क्या से क्या हो गए देखते देखते
वो जो केहते थे बिछड़ेंगे ना हम कभी
वो जो केहते थे बिछड़ेंगे ना हम कभी
अलविदा हो गए देखते देखते
सोचता हूँ
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