["Senorita" के बोल]
[Verse 1: María del mar Fernández, Farhan Akhtar]
¿Quién ere' tú?, ¿dónde has esta'o?
He removido cielo y tierra y no te encontré
Y llegas hoy, tan de repente
Y das senti'o a toda mi vida con tu querer
ना मैं समझा, ना मैं जाना
जो भी तुमने मुझसे कहा है, señorita
मगर फिर भी ना जाने क्यों
मुझे सुनके अच्छा लगा है, señorita
[Pre-Chorus: María del mar Fernández, Abhay Deol]
No desvíes la mirada
Quédate cerca de mí
मुझको बाँहों में तुम घेरो
समझी ना, señorita
[Chorus: Farhan Akhtar, Hrithik Roshan & Abhay Deol]
चाहत के दो पल भी मिल पायें
दुनिया में यह भी कम हैं क्या?
दो पल को तो आओ खो जाएँ
भूलें हम होता गम है क्या, Señorita
सुनो, सुनो, señorita, कहते हैं हम क्या
[Verse 2: María del mar Fernández, Hrithik Roshan]
Jamás podré interpretar
El sentido de las palabras que me dedicas
Pero el calor de tu mirar
Me hace sentir como la más bella señorita
निगाहों ने, निगाहों से
कहीं अरमानों की दास्तान है, señorita
यह चाहत की, मोहब्बत की
सारी दुनिया में एक ही ज़ुबान है, señorita
[Verse 1: María del mar Fernández, Farhan Akhtar]
¿Quién ere' tú?, ¿dónde has esta'o?
He removido cielo y tierra y no te encontré
Y llegas hoy, tan de repente
Y das senti'o a toda mi vida con tu querer
ना मैं समझा, ना मैं जाना
जो भी तुमने मुझसे कहा है, señorita
मगर फिर भी ना जाने क्यों
मुझे सुनके अच्छा लगा है, señorita
[Pre-Chorus: María del mar Fernández, Abhay Deol]
No desvíes la mirada
Quédate cerca de mí
मुझको बाँहों में तुम घेरो
समझी ना, señorita
[Chorus: Farhan Akhtar, Hrithik Roshan & Abhay Deol]
चाहत के दो पल भी मिल पायें
दुनिया में यह भी कम हैं क्या?
दो पल को तो आओ खो जाएँ
भूलें हम होता गम है क्या, Señorita
सुनो, सुनो, señorita, कहते हैं हम क्या
[Verse 2: María del mar Fernández, Hrithik Roshan]
Jamás podré interpretar
El sentido de las palabras que me dedicas
Pero el calor de tu mirar
Me hace sentir como la más bella señorita
निगाहों ने, निगाहों से
कहीं अरमानों की दास्तान है, señorita
यह चाहत की, मोहब्बत की
सारी दुनिया में एक ही ज़ुबान है, señorita
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