पूछ रहा अस्तित्व तुम्हारा
कब तक ऐसे वार सहोगे
बोलो, बोलो कब प्रतिकार करोगे
बोलो कब प्रतिकार करोगे
(दीर दीर हर हर महादेव)
बोलो कब प्रतिकार करोगे
(दीर दीर हर हर महादेव)
पूछ रहा अस्तित्व तुम्हारा
कब तक ऐसे वार सहोगे
हो, पूछ रहा अस्तित्व तुम्हारा
कब तक ऐसे वार सहोगे
बोलो, बोलो कब प्रतिकार करोगे
बोलो कब प्रतिकार करोगे
(दीर दीर हर हर महादेव)
बोलो कब प्रतिकार करोगे
अग्नि वृद्ध होती जाती है
यौवन निर्झर छूट रहा है
प्रत्यंचा भर्रायी सी है
धनुष तुम्हारा टूट रहा है
कब तुम सच स्वीकार करोगे
बोलो, बोलो
बोलो, बोलो कब प्रतिकार करोगे...
कब तक ऐसे वार सहोगे
बोलो, बोलो कब प्रतिकार करोगे
बोलो कब प्रतिकार करोगे
(दीर दीर हर हर महादेव)
बोलो कब प्रतिकार करोगे
(दीर दीर हर हर महादेव)
पूछ रहा अस्तित्व तुम्हारा
कब तक ऐसे वार सहोगे
हो, पूछ रहा अस्तित्व तुम्हारा
कब तक ऐसे वार सहोगे
बोलो, बोलो कब प्रतिकार करोगे
बोलो कब प्रतिकार करोगे
(दीर दीर हर हर महादेव)
बोलो कब प्रतिकार करोगे
अग्नि वृद्ध होती जाती है
यौवन निर्झर छूट रहा है
प्रत्यंचा भर्रायी सी है
धनुष तुम्हारा टूट रहा है
कब तुम सच स्वीकार करोगे
बोलो, बोलो
बोलो, बोलो कब प्रतिकार करोगे...
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