
Hamro Nepalma Neetesh Jung Kunwar
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[Verse 1]
घरआगन अनि साथीभाई
दर्शन नमस्ते है सबैलाई
सुखदुःख भन्नु यस्तै रैछ
को आफ्नो विदेशमा? को पराई?
ठूला शहर यहाँ, बेग्लै सोचाई
आइपुगें म पनि, केहि गर्नलाई
सबैलाई सम्झना, मनबाट नै
आशा छ माया यो, नमरोस है
[Chorus]
मेरो तन, अहिले यहाँ भएनी
मन भने सान्नानी उतै छ, हाम्रो नेपालमा
हाम्रो नेपालमा
[Verse 2]
मन थिएन, यहाँ आउनलाई
मरिमेटी, धन कमाउनलाई
के गर्नु देशभरी, बेरोजगारी
थाम्न सकिएन, ऋणको भारी
आमा मेरी, तिमी क्षितिज पारी
याद आउँछ झलझली, मुटुभरी
बाबा र बहिनीलाई, ठिकै छ नि?
सम्झन्छन होला नि, मलाई पनि
[Chorus]
मेरो तन, अहिले यहाँ भएनी
मन भने सान्नानी उतै छ, हाम्रो नेपालमा
हाम्रो नेपालमा
घरआगन अनि साथीभाई
दर्शन नमस्ते है सबैलाई
सुखदुःख भन्नु यस्तै रैछ
को आफ्नो विदेशमा? को पराई?
ठूला शहर यहाँ, बेग्लै सोचाई
आइपुगें म पनि, केहि गर्नलाई
सबैलाई सम्झना, मनबाट नै
आशा छ माया यो, नमरोस है
[Chorus]
मेरो तन, अहिले यहाँ भएनी
मन भने सान्नानी उतै छ, हाम्रो नेपालमा
हाम्रो नेपालमा
[Verse 2]
मन थिएन, यहाँ आउनलाई
मरिमेटी, धन कमाउनलाई
के गर्नु देशभरी, बेरोजगारी
थाम्न सकिएन, ऋणको भारी
आमा मेरी, तिमी क्षितिज पारी
याद आउँछ झलझली, मुटुभरी
बाबा र बहिनीलाई, ठिकै छ नि?
सम्झन्छन होला नि, मलाई पनि
[Chorus]
मेरो तन, अहिले यहाँ भएनी
मन भने सान्नानी उतै छ, हाम्रो नेपालमा
हाम्रो नेपालमा
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