सरहद पे चलें, सरहद पे हमें आवाज़ लगानी है
जय भारत माता!
माथे पे तिलक "जय हिन्द" लगा, वो मेरी निशानी है
सरहद पे चलें, सरहद पे हमें आवाज़ लगानी है
माथे पे तिलक "जय हिन्द" लगा, वो मेरी निशानी है

सूरज की तरह, सूरज की तरह
सर चढ़ते हैं हम, सर चढ़ते हैं हम
पर्वत को गिरा के, पर्वत को गिरा के
बढ़ते हैं हम, बढ़ते हैं हम

चट्टान से चौड़े सीनों में तूफ़ान उठाना है
है जोश में सरफ़रोश, लड़ जागा है

बढ़ते चलो, बढ़ते चलो, बढ़ते चलो
रुकना नहीं, झुकना नहीं, बढ़ते चलो
बढ़ते चलो, बढ़ते चलो, बढ़ते चलो
हम एक साथ हैं, एक निशाँ, बढ़ते चलो

गरुण कहूँ, बोल, प्यारे, बलिदान परम धरम
जाठ बलवान, जय भगवान, सर्वदा शक्तिशाली
जय महाकाली, आयो गोर्खाली

दरिया की तरह, दरिया की तरह
हम बहते हैं, हम बहते हैं
लेकिन चौकन्ने, चौकन्ने हम
रहते हैं, हम रहते हैं
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