0
Badhte Chalo - Shankar Mahadevan, Vishal Dadlani & Divya Kumar
0 0

Badhte Chalo Shankar Mahadevan, Vishal Dadlani & Divya Kumar

На этой странице вы найдете полный текст песни "Badhte Chalo" от Shankar Mahadevan, Vishal Dadlani & Divya Kumar. Lyrxo предлагает вам самый полный и точный текст этой композиции без лишних отвлекающих факторов. Узнайте все куплеты и припев, чтобы лучше понять любимую песню и насладиться ею в полной мере. Идеально для фанатов и всех, кто ценит качественную музыку.
Badhte Chalo - Shankar Mahadevan, Vishal Dadlani & Divya Kumar
सरहद पे चलें, सरहद पे हमें आवाज़ लगानी है
जय भारत माता!
माथे पे तिलक "जय हिन्द" लगा, वो मेरी निशानी है
सरहद पे चलें, सरहद पे हमें आवाज़ लगानी है
माथे पे तिलक "जय हिन्द" लगा, वो मेरी निशानी है

सूरज की तरह, सूरज की तरह
सर चढ़ते हैं हम, सर चढ़ते हैं हम
पर्वत को गिरा के, पर्वत को गिरा के
बढ़ते हैं हम, बढ़ते हैं हम

चट्टान से चौड़े सीनों में तूफ़ान उठाना है
है जोश में सरफ़रोश, लड़ जागा है

बढ़ते चलो, बढ़ते चलो, बढ़ते चलो
रुकना नहीं, झुकना नहीं, बढ़ते चलो
बढ़ते चलो, बढ़ते चलो, बढ़ते चलो
हम एक साथ हैं, एक निशाँ, बढ़ते चलो

गरुण कहूँ, बोल, प्यारे, बलिदान परम धरम
जाठ बलवान, जय भगवान, सर्वदा शक्तिशाली
जय महाकाली, आयो गोर्खाली

दरिया की तरह, दरिया की तरह
हम बहते हैं, हम बहते हैं
लेकिन चौकन्ने, चौकन्ने हम
रहते हैं, हम रहते हैं
Комментарии (0)
Минимальная длина комментария — 50 символов.
Информация
Комментариев пока нет. Вы можете быть первым!
Войти Зарегистрироваться
Войдите в свой аккаунт
И получите новые возможности