[Verse 1: Gajendra Verma]
रूखे-रूखे हैं मौसम के लब बिन तेरे
सूखे पेड़ों से हो गए मेरे शाम-सवेरे
एक रंज है राहगुज़ारों में
एक आग लगी गुलज़ारों में
हर साँस घुली अंगारों में
सुन भी ले मेरी सदा

[Chorus: Gajendra Verma]
अब आजा, सनम, फ़िरूँ मैं बेक़रार
अब आजा, सनम, करूँ तेरा इंतज़ार

[Bridge: Jonita Gandhi]
अब हैं अधूरी तेरे बिना रातें ये सारी मेरी
अब हैं अधूरे तेरे बिना ख़्वाब ये सारे मेरे

[Verse 2: Gajendra Verma And Jonita Gandhi]
हो, तेरे बिन ना गुज़रने पे वक्त तुला है
तेरे बिन जैसे दर्द हवा में घुला है
जैसे चोट हरी है, जैसे ज़ख्म खुला है
मेरा जीना हुआ सज़ा

[Chorus: Gajendra Verma And Jonita Gandhi]
अब आजा, सनम, फ़िरूँ मैं बेक़रार
अब आजा, सनम, करूँ तेरा इंतज़ार
Comments (0)
The minimum comment length is 50 characters.
Information
There are no comments yet. You can be the first!
Login Register
Log into your account
And gain new opportunities
Forgot your password?