[Chorus]
Raftaar
वो बोले मुझे, "थोड़ा आगे चल"
मैं आगे चलता चला गया
वो बोले मुझे, "थोड़ा आगे बढ़"
मैं आगे बढ़ता चला गया (Raftaar)
वो बोले मुझे, "थोड़ा आगे बढ़" (आगे बढ़)
[Verse 1]
(Let me see you go)
सन १९८८, नवम्बर, १६
किसी को थी ना ख़बर ज़रा सी
के आया दुनिया में एक कलाकार
जो बनेगा star, देसी Hip-Hop की ज़ुबानी
ये ज़लज़ला तूफ़ानी, जो लब्ज़ों में सुनामी
जो लड़ गया ज़माने से, बन गया कहानी (Oah!)
हुआ सब कुछ जैसा मैंने सोचा
आधी मेहनत, आधी रहमत थी खुदा की
पाँव रहते ज़मीं पर
पर मेरी आँखें आसमाँ पे की करूँ उसे हासिल
सुना सबको, बनाया पर खुदका
सीखा नही था रुकना, तभी बना मैं काबिल
पागल हुआ जब सुना मैंने rap
किसी दोस्त की वजह से
आज उसे मेरा thank you
बना ज़रिया, कमाया भरा पेट मैंने
लोगों की पसंद में भी हुआ फिर शामिल
"क़ातिल" बुलाते मुझे यार मेरे
करा नही rap मैंने कभी बनने के लिए cool
यार-दोस्त आज भी वही जो थे दुसरी में साथ मेरे
जब Sachdeva था school
Gucci, Versace, Prada ज़रा सब पर
कभी-कभी पहनूँ मैं shirt २०० वाली
ताकी अपनी औकात और उस शुरुआत को
ग़लती से जाऊँ ना मैं भूल
Raftaar
वो बोले मुझे, "थोड़ा आगे चल"
मैं आगे चलता चला गया
वो बोले मुझे, "थोड़ा आगे बढ़"
मैं आगे बढ़ता चला गया (Raftaar)
वो बोले मुझे, "थोड़ा आगे बढ़" (आगे बढ़)
[Verse 1]
(Let me see you go)
सन १९८८, नवम्बर, १६
किसी को थी ना ख़बर ज़रा सी
के आया दुनिया में एक कलाकार
जो बनेगा star, देसी Hip-Hop की ज़ुबानी
ये ज़लज़ला तूफ़ानी, जो लब्ज़ों में सुनामी
जो लड़ गया ज़माने से, बन गया कहानी (Oah!)
हुआ सब कुछ जैसा मैंने सोचा
आधी मेहनत, आधी रहमत थी खुदा की
पाँव रहते ज़मीं पर
पर मेरी आँखें आसमाँ पे की करूँ उसे हासिल
सुना सबको, बनाया पर खुदका
सीखा नही था रुकना, तभी बना मैं काबिल
पागल हुआ जब सुना मैंने rap
किसी दोस्त की वजह से
आज उसे मेरा thank you
बना ज़रिया, कमाया भरा पेट मैंने
लोगों की पसंद में भी हुआ फिर शामिल
"क़ातिल" बुलाते मुझे यार मेरे
करा नही rap मैंने कभी बनने के लिए cool
यार-दोस्त आज भी वही जो थे दुसरी में साथ मेरे
जब Sachdeva था school
Gucci, Versace, Prada ज़रा सब पर
कभी-कभी पहनूँ मैं shirt २०० वाली
ताकी अपनी औकात और उस शुरुआत को
ग़लती से जाऊँ ना मैं भूल
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