
Bholi Si Surat Lata Mangeshkar (Ft. Udit Narayan)
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भोली सी सूरत, आँखों में मस्ती, आय-हाय
अरे, भोली सी सूरत, आँखों में मस्ती, दूर खड़ी शरमाए, आय-हाय
एक झलक दिखलाए कभी, कभी आँचल में छुप जाए, आय-हाय
मेरी नज़र से तुम देखो तो यार नज़र वो आए
भोली सी सूरत, आँखों में मस्ती, दूर खड़ी शरमाए, आय-हाय
एक झलक दिखलाए कभी, कभी आँचल में छुप जाए, आय-हाय
मेरी नज़र से तुम देखो तो यार नज़र वो आए
भोली सी सूरत, आँखों में मस्ती, आय-हाय
ला-ला, ला-ला, ला-ला
ला-ला, ला-ला, ला-ला
ला-ला, ला-ला, ला-ला
लड़की नहीं है, वो जादू है, और कहा क्या जाए?
रात को मेरे ख़्वाब में आई वो ज़ुल्फ़ें बिखराए
आँख खुली तो दिल चाहा फिर नींद मुझे आ जाए
बिन देखे ये हाल हुआ, देखूँ तो क्या हो जाए?
भोली सी सूरत, आँखों में मस्ती, दूर खड़ी शरमाए, आय-हाय
एक झलक दिखलाए कभी, कभी आँचल में छुप जाए, आय-हाय
मेरी नज़र से तुम देखो तो यार नज़र वो आए
भोली सी सूरत, आँखों में मस्ती, आय-हाय
ला-ला-ला-ला-ला-ला-ला
ला-ला-ला-ला-ला-ला-ला
ला-ला-ला-ला-ला-ला-ला
ला-ला-ला, ओ-हो-हो, आ-हा-हा
ला-ला, ला-ला, ला-ला
सावन का पहला बादल उसका काजल बन जाए
मौज उठे सागर में जैसे ऐसे क़दम उठाए
रब ने जाने किस मिट्टी से उसके अंग बनाए
छम से काश कहीं से मेरे सामने वो आ जाए
आय-हाय
(एक झलक दिखलाए कभी, कभी आँचल में छुप जाए) आय-हाय
मेरी नज़र से तुम देखो तो यार नज़र वो आए
(भोली सी सूरत, आँखों में मस्ती, दूर खड़ी शरमाए) आय-हाय
आय-हाय
अरे, भोली सी सूरत, आँखों में मस्ती, दूर खड़ी शरमाए, आय-हाय
एक झलक दिखलाए कभी, कभी आँचल में छुप जाए, आय-हाय
मेरी नज़र से तुम देखो तो यार नज़र वो आए
भोली सी सूरत, आँखों में मस्ती, दूर खड़ी शरमाए, आय-हाय
एक झलक दिखलाए कभी, कभी आँचल में छुप जाए, आय-हाय
मेरी नज़र से तुम देखो तो यार नज़र वो आए
भोली सी सूरत, आँखों में मस्ती, आय-हाय
ला-ला, ला-ला, ला-ला
ला-ला, ला-ला, ला-ला
ला-ला, ला-ला, ला-ला
लड़की नहीं है, वो जादू है, और कहा क्या जाए?
रात को मेरे ख़्वाब में आई वो ज़ुल्फ़ें बिखराए
आँख खुली तो दिल चाहा फिर नींद मुझे आ जाए
बिन देखे ये हाल हुआ, देखूँ तो क्या हो जाए?
भोली सी सूरत, आँखों में मस्ती, दूर खड़ी शरमाए, आय-हाय
एक झलक दिखलाए कभी, कभी आँचल में छुप जाए, आय-हाय
मेरी नज़र से तुम देखो तो यार नज़र वो आए
भोली सी सूरत, आँखों में मस्ती, आय-हाय
ला-ला-ला-ला-ला-ला-ला
ला-ला-ला-ला-ला-ला-ला
ला-ला-ला-ला-ला-ला-ला
ला-ला-ला, ओ-हो-हो, आ-हा-हा
ला-ला, ला-ला, ला-ला
सावन का पहला बादल उसका काजल बन जाए
मौज उठे सागर में जैसे ऐसे क़दम उठाए
रब ने जाने किस मिट्टी से उसके अंग बनाए
छम से काश कहीं से मेरे सामने वो आ जाए
आय-हाय
(एक झलक दिखलाए कभी, कभी आँचल में छुप जाए) आय-हाय
मेरी नज़र से तुम देखो तो यार नज़र वो आए
(भोली सी सूरत, आँखों में मस्ती, दूर खड़ी शरमाए) आय-हाय
आय-हाय
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