[Intro: Gulzar]
एक ख़्वाब ने आँखें खोली हैं
क्या मोड़ आया है कहानी में
वो भीग रही है बारिश में
और आग लगी है पानी में
[Hook: Arijit Singh]
ਰੱਬ ਲੱਭਾ ਪਾਪੀਆਂ ਨੂੰ
ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਚੰਗੇ ਕਾਮ ਨਾ ਚੰਗੇ ਲਗਦੇ
ਓ, ਕਿਵੇਂ ਪਿੰਡ ਕੱਜੀਏ?
ਅਸੀਂ ਚੋਲ ਪਾ ਕੇ ਵੀ ਨੰਗੇ ਲਗਦੇ
[Instrumental-break]
[Verse 1: Arijit Singh]
ओ, ज़िंदगी यूँ गले आ लगी है, आ लगी है
कोई खोया हुआ बरसों के बाद आ गया
ओ, फीके-फीके थे दिन-रात मेरे, साथ मेरे
छुआ तूने तो जीने का स्वाद आ गया
[Pre-Chorus: Arijit Singh]
एक तरह के आवारा थे
एक तरह की आवारगी
दीवाने तो पहले भी थे
अब और तरह की दीवानगी
एक ख़्वाब ने आँखें खोली हैं
क्या मोड़ आया है कहानी में
वो भीग रही है बारिश में
और आग लगी है पानी में
[Hook: Arijit Singh]
ਰੱਬ ਲੱਭਾ ਪਾਪੀਆਂ ਨੂੰ
ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਚੰਗੇ ਕਾਮ ਨਾ ਚੰਗੇ ਲਗਦੇ
ਓ, ਕਿਵੇਂ ਪਿੰਡ ਕੱਜੀਏ?
ਅਸੀਂ ਚੋਲ ਪਾ ਕੇ ਵੀ ਨੰਗੇ ਲਗਦੇ
[Instrumental-break]
[Verse 1: Arijit Singh]
ओ, ज़िंदगी यूँ गले आ लगी है, आ लगी है
कोई खोया हुआ बरसों के बाद आ गया
ओ, फीके-फीके थे दिन-रात मेरे, साथ मेरे
छुआ तूने तो जीने का स्वाद आ गया
[Pre-Chorus: Arijit Singh]
एक तरह के आवारा थे
एक तरह की आवारगी
दीवाने तो पहले भी थे
अब और तरह की दीवानगी
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