हर घड़ी बदल रही है रूप ज़िंदगी
छाँव है कभी, कभी है धूप ज़िंदगी
हर पल यहाँ जी-भर जियो
जो है समाँ, कल हो न हो
हर घड़ी बदल रही है रूप ज़िंदगी
छाँव है कभी, कभी है धूप ज़िंदगी
हर पल यहाँ जी-भर जियो
जो है समाँ, कल हो न हो
चाहे जो तुम्हें पूरे दिल से
मिलता है वो मुश्किल से
ऐसा जो कोई कहीं है
बस वो ही सबसे हसीं है
उस हाथ को तुम थाम लो
वो मेहरबाँ कल हो न हो
हर पल यहाँ जी-भर जियो
जो है समाँ, कल हो न हो
हो, पलकों के लेके साए
पास कोई जो आए
लाख सँभालो पागल दिल को
दिल धड़के ही जाए
पर सोच लो, इस पल है जो
वो दास्ताँ कल हो न हो
छाँव है कभी, कभी है धूप ज़िंदगी
हर पल यहाँ जी-भर जियो
जो है समाँ, कल हो न हो
हर घड़ी बदल रही है रूप ज़िंदगी
छाँव है कभी, कभी है धूप ज़िंदगी
हर पल यहाँ जी-भर जियो
जो है समाँ, कल हो न हो
चाहे जो तुम्हें पूरे दिल से
मिलता है वो मुश्किल से
ऐसा जो कोई कहीं है
बस वो ही सबसे हसीं है
उस हाथ को तुम थाम लो
वो मेहरबाँ कल हो न हो
हर पल यहाँ जी-भर जियो
जो है समाँ, कल हो न हो
हो, पलकों के लेके साए
पास कोई जो आए
लाख सँभालो पागल दिल को
दिल धड़के ही जाए
पर सोच लो, इस पल है जो
वो दास्ताँ कल हो न हो
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