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Khilte Hain Gul Yahan - Kishore Kumar
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Khilte Hain Gul Yahan Kishore Kumar

Khilte Hain Gul Yahan - Kishore Kumar
[Chorus]
खिलते हैं गुल यहाँ खिल के बिखरने को
खिलते हैं गुल यहाँ खिल के बिखरने को
मिलते हैं दिल यहाँ मिल के बिछड़ने को
खिलते हैं गुल यहाँ

[Verse 1]
कल रहे ना रहे मौसम ये प्यार का
कल रुके ना रुके डोला बहार का
कल रहे ना रहे मौसम ये प्यार का
कल रुके ना रुके डोला बहार का
चार पल मिले जो आज, प्यार में गुज़ार दे

[Chorus]
खिलते हैं गुल यहाँ, खिल के बिखरने को
खिलते हैं गुल यहाँ

[Verse 2]
झीलों के होंठों पर मेघों का राग है
फूलों के सीने में ठंडी-ठंडी आग है
झीलों के होंठों पर मेघों का राग है
फूलों के सीने में ठंडी-ठंडी आग है
दिल के आईने में तू ये समाँ उतार ले

[Chorus]
खिलते हैं गुल यहाँ, खिल के बिखरने को
खिलते हैं गुल यहाँ
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