[Ritviz ft. Hasan Raheem "Mehrbaan" के बोल]
[Chorus: Hassan Raheem]
मेहरबान, खूब इतनी तू जैसे कहकशा
तुझे देखे-देखे मन नहीं भरा
दिललगी के कई सारे इम्तेहान
अभी बाकी है ना?
मेहरबान, खूब इतनी तू जैसे कहकशा
तुझे देखे-देखे मन नहीं भरा
दिललगी के कई सारे इम्तेहान
अभी बाकी है ना?
[Verse 1: Ritviz]
अदिति, मेरे दिल में ये क्या हो रहा है?
क्या मिली भी तुझे ये सज़ा है?
हर पल तेरी साँसों में, हलचल मेरी बाहों में
हस मत मेरी बातों पे
प्रीति, मेरे दिल में क्या थोड़ी और जगह है?
क्या मिली भी तुझे ये सज़ा है?
तेरे खयालों में हर दिन, गुलाबी गालों पे है तिल
पर मुझको दिख गयी
[Verse 2: Ritviz]
माधुरी, ऐसे न मुझको सताना, तेरी आँखों में देख दिल मेरा हारा
तेरी बातों में लिख लूँ मैं पूरा गाना, पर तू न गाए, ना?
जहाँ भी देखूं तू वहाँ ना, गलती है मेरी और तू है मेरा बहाना
खोज रहा हूँ तुझे, खोया एक खजाना, क्या मुझपे तू-
[Chorus: Hassan Raheem]
मेहरबान, खूब इतनी तू जैसे कहकशा
तुझे देखे-देखे मन नहीं भरा
दिललगी के कई सारे इम्तेहान
अभी बाकी है ना?
मेहरबान, खूब इतनी तू जैसे कहकशा
तुझे देखे-देखे मन नहीं भरा
दिललगी के कई सारे इम्तेहान
अभी बाकी है ना?
[Verse 1: Ritviz]
अदिति, मेरे दिल में ये क्या हो रहा है?
क्या मिली भी तुझे ये सज़ा है?
हर पल तेरी साँसों में, हलचल मेरी बाहों में
हस मत मेरी बातों पे
प्रीति, मेरे दिल में क्या थोड़ी और जगह है?
क्या मिली भी तुझे ये सज़ा है?
तेरे खयालों में हर दिन, गुलाबी गालों पे है तिल
पर मुझको दिख गयी
[Verse 2: Ritviz]
माधुरी, ऐसे न मुझको सताना, तेरी आँखों में देख दिल मेरा हारा
तेरी बातों में लिख लूँ मैं पूरा गाना, पर तू न गाए, ना?
जहाँ भी देखूं तू वहाँ ना, गलती है मेरी और तू है मेरा बहाना
खोज रहा हूँ तुझे, खोया एक खजाना, क्या मुझपे तू-
Comments (0)
The minimum comment length is 50 characters.