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Mere Nishaan - Kailash Kher
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Mere Nishaan Kailash Kher

Mere Nishaan - Kailash Kher
[Intro]
मैं तो नहीं हूँ इंसानों में
बिकता हूँ मैं तो इन दुकानों में
मैं तो नहीं हूँ इंसानों में
बिकता हूँ मैं तो इन दुकानों में

[Pre-Chorus]
दुनिया बनाई मैंने हाथों से
मिट्टी से नहीं, जज़्बातों से
फिर रहा हूँ ढूँढता

[Chorus]
मेरे निशाँ है कहाँ?
मेरे निशाँ है कहाँ?
मेरे निशाँ...
हो-हो-हो, मेरे निशाँ (मेरे निशाँ)
हो-हो-हो, मेरे निशाँ (मेरे निशाँ)

[Verse 1]
तेरा ही साया बनके तेरे साथ चला मैं
जब धूप आई तेरे सर पे तो छाँव बना मैं
तेरा ही साया बनके तेरे साथ चला मैं
जब धूप आई तेरे सर पे तो छाँव बना मैं
राहों में तेरी रहा मैं हमसफ़र की तरह

[Pre-Chorus]
उलझा है फिर भी तू उजालों में
ढूँढे सवालों को जवाबों में
खोया हुआ है तू कहाँ? (तू कहाँ)
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