
Kahaani (Duet) When Chai Met Toast & Pavithra Chari
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[Intro: Ashwin Gopakumar, Pavithra Chari]
काश कभी तुम समझोगी
कि क्यूँ हम करीब नहीं
काश कभी तुम जानोगी
कि अब तक है तेरी कमी
[Verse 1: Ashwin Gopakumar, Pavithra Chari]
पता है हमें कि तेरे बिना
अधूरी है ये ज़िंदगी
पता है हमें कि मेरी फ़िक्र
अब तक तुम्हें है कहीं
[Verse 2: Ashwin Gopakumar & Pavithra Chari]
तेरी-मेरी राहें कहीं
मिलेंगी शायद फिर कभी
कहानी ये अधूरी सही
पूरी होगी फिर कभी
[Verse 3: Ashwin Gopakumar & Pavithra Chari]
तेरा-मेरा साथ ये
अभी पूरा हुआ नहीं
तेरी-मेरी राहें कहीं
मिलेंगी शायद फिर कभी
[Outro: Ashwin Gopakumar & Pavithra Chari]
यहाँ भी हो, यादों में हो
साँसों में हो मेरी
यहाँ भी हो, यादों में हो
साँसों में हो मेरी
काश कभी तुम समझोगी
कि क्यूँ हम करीब नहीं
काश कभी तुम जानोगी
कि अब तक है तेरी कमी
[Verse 1: Ashwin Gopakumar, Pavithra Chari]
पता है हमें कि तेरे बिना
अधूरी है ये ज़िंदगी
पता है हमें कि मेरी फ़िक्र
अब तक तुम्हें है कहीं
[Verse 2: Ashwin Gopakumar & Pavithra Chari]
तेरी-मेरी राहें कहीं
मिलेंगी शायद फिर कभी
कहानी ये अधूरी सही
पूरी होगी फिर कभी
[Verse 3: Ashwin Gopakumar & Pavithra Chari]
तेरा-मेरा साथ ये
अभी पूरा हुआ नहीं
तेरी-मेरी राहें कहीं
मिलेंगी शायद फिर कभी
[Outro: Ashwin Gopakumar & Pavithra Chari]
यहाँ भी हो, यादों में हो
साँसों में हो मेरी
यहाँ भी हो, यादों में हो
साँसों में हो मेरी
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