
Phir Le Aya Dil (Redux) Shafqat Amanat Ali
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[Verse 1]
फिर ले आया दिल मजबूर
क्या कीजे
फिर ले आया दिल मजबूर
क्या कीजे
रास न आया रहना दूर
क्या कीजे
[Chorus]
दिल कह रहा उसे मुकम्मल कर भी आओ
वो जो अधूरी सी बात बाकी है
वो जो अधूरी सी याद बाकी है
वो जो अधूरी सी याद बाकी है
[Verse 2]
करते हैं हम आज कुबूल
क्या कीजे
हो गयी थी जो हमसे भूल
क्या कीजे
करते हम आज कुबूल
क्या कीजे
हो गयी थी जो हमसे भूल
क्या कीजे
[Chorus]
दिल कह रहा उसे मुयस्सर कर भी आओ
वो जो दबी सी आंस बाकी है
वो जो दबी सी आंच बाकी है
वो जो दबी सी आंच बाकी है
वो जो दबी सी आंच बाकी है
फिर ले आया दिल मजबूर
क्या कीजे
फिर ले आया दिल मजबूर
क्या कीजे
रास न आया रहना दूर
क्या कीजे
[Chorus]
दिल कह रहा उसे मुकम्मल कर भी आओ
वो जो अधूरी सी बात बाकी है
वो जो अधूरी सी याद बाकी है
वो जो अधूरी सी याद बाकी है
[Verse 2]
करते हैं हम आज कुबूल
क्या कीजे
हो गयी थी जो हमसे भूल
क्या कीजे
करते हम आज कुबूल
क्या कीजे
हो गयी थी जो हमसे भूल
क्या कीजे
[Chorus]
दिल कह रहा उसे मुयस्सर कर भी आओ
वो जो दबी सी आंस बाकी है
वो जो दबी सी आंच बाकी है
वो जो दबी सी आंच बाकी है
वो जो दबी सी आंच बाकी है
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