[Intro: B Praak]
तलवारों पे सर वार दिये
अंगारों में जिस्म जलाया है
तब जा के कहीं हमने सर पे
ये केसरी रंग सजाया है
[Verse 1: B Praak]
ऐ मेरी ज़मीं, अफ़सोस नहीं
जो तेरे लिए १०० दर्द सहे
महफ़ूज़ रहे तेरी आन सदा
चाहे जान मेरी ये रहे ना रहे
मेरी ज़मीं, महबूब मेरी
मेरी नस-नस में तेरा इश्क़ बहे
"फीका ना पड़े कभी रंग तेरा"
जिस्मों से निकल के खून कहे
[Chorus: B Praak]
तेरी मिट्टी में मिल जावाँ
ਗੁਲ ਬਣਕੇ ਮੈਂ ਖਿਲ ਜਾਵਾਂ
इतनी सी है दिल की आरज़ू
तेरी नदियों में बह जावाँ
तेरे खेतों में लहरावाँ
इतनी सी है दिल की आरज़ू
तलवारों पे सर वार दिये
अंगारों में जिस्म जलाया है
तब जा के कहीं हमने सर पे
ये केसरी रंग सजाया है
[Verse 1: B Praak]
ऐ मेरी ज़मीं, अफ़सोस नहीं
जो तेरे लिए १०० दर्द सहे
महफ़ूज़ रहे तेरी आन सदा
चाहे जान मेरी ये रहे ना रहे
मेरी ज़मीं, महबूब मेरी
मेरी नस-नस में तेरा इश्क़ बहे
"फीका ना पड़े कभी रंग तेरा"
जिस्मों से निकल के खून कहे
[Chorus: B Praak]
तेरी मिट्टी में मिल जावाँ
ਗੁਲ ਬਣਕੇ ਮੈਂ ਖਿਲ ਜਾਵਾਂ
इतनी सी है दिल की आरज़ू
तेरी नदियों में बह जावाँ
तेरे खेतों में लहरावाँ
इतनी सी है दिल की आरज़ू
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