
Masakali 2.0 Tulsi Kumar, Sachet Tandon & Mohit Chauhan
On this page, discover the full lyrics of the song "Masakali 2.0" by Tulsi Kumar, Sachet Tandon & Mohit Chauhan. Lyrxo.com offers the most comprehensive and accurate lyrics, helping you connect with the music you love on a deeper level. Ideal for dedicated fans and anyone who appreciates quality music.

[Verse 1: Sachet Tandon]
ऐसे विंग झटक ना कमर मटक तू
लचक लचक के यूँ ना भटक
हर नज़र नज़र है तुझपे
तू संभल संभल रहना रे
है इस क़दर किया हष्र
के नींदे सारी उड़ गई रे
हम दे तो किस तेरी फिकर
तेरे चक्कर में भुला सारा जहां रे
[Chorus: Sachet Tandon & Tulsi Kumar]
मसकली मसकली
तू कहाँ चली कहाँ चली
ओ मसकाली मसकाली
कहाँ तेरी गली तेरी गुल्ली
मैं मसकली मसकली
मैं चली चली चली चली
मैं मसकाली मसकाली
मैं चली चली चली चली
[Verse 2: Sachet Tandon]
हवा में उड़ती रहती है
दिलों से जुड़ती रहती है
तू लगदी है कोई जन्नत
जो मुझपे गिरती रहती है
ज़रा बतादे तू
कहाँ पे रहती है
ढूंढता रहता हूं मैं
गली गली गली
ऐसे विंग झटक ना कमर मटक तू
लचक लचक के यूँ ना भटक
हर नज़र नज़र है तुझपे
तू संभल संभल रहना रे
है इस क़दर किया हष्र
के नींदे सारी उड़ गई रे
हम दे तो किस तेरी फिकर
तेरे चक्कर में भुला सारा जहां रे
[Chorus: Sachet Tandon & Tulsi Kumar]
मसकली मसकली
तू कहाँ चली कहाँ चली
ओ मसकाली मसकाली
कहाँ तेरी गली तेरी गुल्ली
मैं मसकली मसकली
मैं चली चली चली चली
मैं मसकाली मसकाली
मैं चली चली चली चली
[Verse 2: Sachet Tandon]
हवा में उड़ती रहती है
दिलों से जुड़ती रहती है
तू लगदी है कोई जन्नत
जो मुझपे गिरती रहती है
ज़रा बतादे तू
कहाँ पे रहती है
ढूंढता रहता हूं मैं
गली गली गली
Comments (0)
The minimum comment length is 50 characters.