
Main Rang Sharbaton Ka (From ”Phata Poster Nikhla Hero”) Atif Aslam & Chinmayi Sripada
На этой странице вы найдете полный текст песни "Main Rang Sharbaton Ka (From ”Phata Poster Nikhla Hero”)" от Atif Aslam & Chinmayi Sripada. Lyrxo предлагает вам самый полный и точный текст этой композиции без лишних отвлекающих факторов. Узнайте все куплеты и припев, чтобы лучше понять любимую песню и насладиться ею в полной мере. Идеально для фанатов и всех, кто ценит качественную музыку.

[Intro: Atif Aslam]
[ख़्वाब] है तू, नींद हूँ मैं, दोनों मिले, रात बने
रोज़ यही माँगूँ दुआ, तेरी-मेरी बात बने, बात बने
[Chorus: Atif Aslam]
मैं रंग शर्बतों का, तू मीठे घाट का पानी
मैं रंग शर्बतों का, तू मीठे घाट का पानी
मुझे ख़ुद में घोल दे तो, मेरे यार, बात बन जानी
रंग शर्बतों का, तू मीठे घाट का पानी
मैं रंग शर्बतों का, तू मीठे घाट का पानी
मुझे ख़ुद में घोल दे तो, मेरे यार, बात बन जानी
रंग शर्बतों का, तू मीठे घाट का पानी
मैं रंग शर्बतों का, तू मीठे घाट का पानी
[Post-Chorus]
ਹੋ, ਯਾਰਾ, ਤੁਝੇ ਪਿਆਰ ਕੀ ਬਤੀਆਂ ਕਿਆ ਸਮਝਾਵਾਂ
ਜਾਗ ਕੇ ਰਤੀਆਂ ਰੋਜ਼ ਬਿਤਾਵਾਂ, ਇਸਸੇ ਆਗੇ ਅਬ ਮੈਂ ਕਿਆ ਕਹੂੰ?
ਹੋ, ਯਾਰਾ, ਤੁਝੇ ਬੋਲਦੀ ਅੱਖੀਆਂ, ਸਦਕੇ ਜਾਵਾਂ
ਮਾਂਗ ਲੇ ਪੱਕੀਆਂ ਆਜ ਦੁਆਵਾਂ, ਇਸਸੇ ਆਗੇ ਅਬ ਮੈਂ ਕਿਆ ਕਹੂੰ?
[Verse 1: Atif Aslam]
मैंने तो धीरे से, नींदों के धागे से बाँधा है ख़्वाब को तेरे
मैं ना जहाँ चाहूँ, ना आसमाँ चाहूँ, आजा हिस्से में तू मेरे
[Pre-Chorus 1: Atif Aslam]
तू ढंग चाहतों का, मैं जैसे कोई नादानी
तू ढंग चाहतों का, मैं जैसे कोई नादानी
मुझे ख़ुद से जोड़ दे तो मेरे यार, बात बन जानी
[ख़्वाब] है तू, नींद हूँ मैं, दोनों मिले, रात बने
रोज़ यही माँगूँ दुआ, तेरी-मेरी बात बने, बात बने
[Chorus: Atif Aslam]
मैं रंग शर्बतों का, तू मीठे घाट का पानी
मैं रंग शर्बतों का, तू मीठे घाट का पानी
मुझे ख़ुद में घोल दे तो, मेरे यार, बात बन जानी
रंग शर्बतों का, तू मीठे घाट का पानी
मैं रंग शर्बतों का, तू मीठे घाट का पानी
मुझे ख़ुद में घोल दे तो, मेरे यार, बात बन जानी
रंग शर्बतों का, तू मीठे घाट का पानी
मैं रंग शर्बतों का, तू मीठे घाट का पानी
[Post-Chorus]
ਹੋ, ਯਾਰਾ, ਤੁਝੇ ਪਿਆਰ ਕੀ ਬਤੀਆਂ ਕਿਆ ਸਮਝਾਵਾਂ
ਜਾਗ ਕੇ ਰਤੀਆਂ ਰੋਜ਼ ਬਿਤਾਵਾਂ, ਇਸਸੇ ਆਗੇ ਅਬ ਮੈਂ ਕਿਆ ਕਹੂੰ?
ਹੋ, ਯਾਰਾ, ਤੁਝੇ ਬੋਲਦੀ ਅੱਖੀਆਂ, ਸਦਕੇ ਜਾਵਾਂ
ਮਾਂਗ ਲੇ ਪੱਕੀਆਂ ਆਜ ਦੁਆਵਾਂ, ਇਸਸੇ ਆਗੇ ਅਬ ਮੈਂ ਕਿਆ ਕਹੂੰ?
[Verse 1: Atif Aslam]
मैंने तो धीरे से, नींदों के धागे से बाँधा है ख़्वाब को तेरे
मैं ना जहाँ चाहूँ, ना आसमाँ चाहूँ, आजा हिस्से में तू मेरे
[Pre-Chorus 1: Atif Aslam]
तू ढंग चाहतों का, मैं जैसे कोई नादानी
तू ढंग चाहतों का, मैं जैसे कोई नादानी
मुझे ख़ुद से जोड़ दे तो मेरे यार, बात बन जानी
Комментарии (0)
Минимальная длина комментария — 50 символов.