[Verse 1: Chris Martin]
मैं दुनिया में राज किया करता था
मेरे वचन देने पर समुद्र उठ जाते थे
अब सुबह मैं अकेला सोता हूँ
उन गालियों को साफ़ करता हूँ जो कभी मेरी हुआ करती थी
[Instrumental Interlude]
[Verse 2: Chris Martin]
मैं पासा फैंका करता था
और अपने दुश्मनों की आँखों में डर देखता था
मैं लोगों को गाते हुए सुनता था
"अब पुराना राजा मर गया है, महाराज की जय हो"
एक पल के लिए मैंने चाबी थामी थी
और अगले में ही सारे रास्ते बंद हो गए
और मुझे पता चला कि मेरा किला
कमज़ोर बुनियाद पर बना है
[Chorus: Chris Martin]
मैं यरूशलम की घंटियों को सुनता हूँ
रोमनी सेना को गाते हुए सुनता हूँ
तुम मेरा आईना, मेरी तलवार और कवच बन जाओ
मेरे विदेशी क्षेत्र में प्रचारक बन जाओ
किसी कारण मैं नहीं बता सकता
कि जब तुम गए थे, यहाँ पर
कुछ भी ईमानदारी से नहीं कहा गया था
और वो तब था जब मैं दुनिया पर राज करता था
मैं दुनिया में राज किया करता था
मेरे वचन देने पर समुद्र उठ जाते थे
अब सुबह मैं अकेला सोता हूँ
उन गालियों को साफ़ करता हूँ जो कभी मेरी हुआ करती थी
[Instrumental Interlude]
[Verse 2: Chris Martin]
मैं पासा फैंका करता था
और अपने दुश्मनों की आँखों में डर देखता था
मैं लोगों को गाते हुए सुनता था
"अब पुराना राजा मर गया है, महाराज की जय हो"
एक पल के लिए मैंने चाबी थामी थी
और अगले में ही सारे रास्ते बंद हो गए
और मुझे पता चला कि मेरा किला
कमज़ोर बुनियाद पर बना है
[Chorus: Chris Martin]
मैं यरूशलम की घंटियों को सुनता हूँ
रोमनी सेना को गाते हुए सुनता हूँ
तुम मेरा आईना, मेरी तलवार और कवच बन जाओ
मेरे विदेशी क्षेत्र में प्रचारक बन जाओ
किसी कारण मैं नहीं बता सकता
कि जब तुम गए थे, यहाँ पर
कुछ भी ईमानदारी से नहीं कहा गया था
और वो तब था जब मैं दुनिया पर राज करता था
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