[Verse 1: Arijit Singh]
मेरे होंठों से धुआँधार निकलती है जो बोली
जैसे, जैसे बंदूक की गोली
मेरे तेवर में है तहज़ीब की रंगीन रंगोली
जैसे, जैसे हो ईद में होली
मेरे होंठों से धुआँधार निकलती है जो बोली
जैसे, जैसे बंदूक की गोली
मेरे तेवर में है तहज़ीब की रंगीन रंगोली
जैसे, जैसे हो ईद में होली
[Chorus: Arijit Singh]
मेरी जीवन की दशा, थोड़ा रस्तों का नशा
थोड़ी मंज़िल की प्यास है
बाक़ी सब first class है
बाक़ी सब first class है
बाक़ी सब first class है, हाँ, क़सम से
बाक़ी सब first class है
[Verse 2: Arijit Singh]
पल में तोला, पल में माशा, जैसी बाज़ी वैसा पासा
अपनी थोड़ी हटके दुनियादारी है
करना क्या है चाँदी-सोना? जितना पाना उतना खोना
हम तो दिल के धंधे के व्यापारी हैं
[Bridge: Arijit Singh]
मेरी मुस्कान लिए कभी आती है सुबह
कभी शामें उदास हैं
मेरे होंठों से धुआँधार निकलती है जो बोली
जैसे, जैसे बंदूक की गोली
मेरे तेवर में है तहज़ीब की रंगीन रंगोली
जैसे, जैसे हो ईद में होली
मेरे होंठों से धुआँधार निकलती है जो बोली
जैसे, जैसे बंदूक की गोली
मेरे तेवर में है तहज़ीब की रंगीन रंगोली
जैसे, जैसे हो ईद में होली
[Chorus: Arijit Singh]
मेरी जीवन की दशा, थोड़ा रस्तों का नशा
थोड़ी मंज़िल की प्यास है
बाक़ी सब first class है
बाक़ी सब first class है
बाक़ी सब first class है, हाँ, क़सम से
बाक़ी सब first class है
[Verse 2: Arijit Singh]
पल में तोला, पल में माशा, जैसी बाज़ी वैसा पासा
अपनी थोड़ी हटके दुनियादारी है
करना क्या है चाँदी-सोना? जितना पाना उतना खोना
हम तो दिल के धंधे के व्यापारी हैं
[Bridge: Arijit Singh]
मेरी मुस्कान लिए कभी आती है सुबह
कभी शामें उदास हैं
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