
Zara Zara Bombay Jayashri
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[Intro]
ज़रा-ज़रा बहकता है, महकता है आज तो मेरा तन-बदन
मैं प्यासी हूँ, मुझे भर ले अपनी बाँहों में
[Chorus]
ज़रा-ज़रा बहकता है, महकता है आज तो मेरा तन-बदन
मैं प्यासी हूँ, मुझे भर ले अपनी बाँहों में
है मेरी क़सम तुझको, सनम, दूर कहीं ना जा
ये दूरी कहती है, "पास मेरे आजा रे"
[Verse 1]
यूँ ही बरस-बरस काली घटा बरसे
हम यार भीग जाएँ, इस चाहत की बारिश में
मेरी खुली-खुली लटों को सुलझाए
तू अपनी उँगलियों से, मैं तो हूँ इसी ख़्वाहिश में
[Pre-Chorus]
सर्दी की रातों में हम सोए रहें इक चादर में
हम-दोनों तन्हा हो, ना कोई भी रहे इस घर में
[Chorus]
ज़रा-ज़रा बहकता है, महकता है आज तो मेरा तन-बदन
मैं प्यासी हूँ, मुझे भर ले अपनी बाँहों में
आजा रे, आ रे
[Verse 2]
तड़पाए मुझे तेरी सभी बातें
एक बार, ऐ, दीवाने, झूठा ही सही, प्यार तो कर
मैं भूली नहीं हसीं मुलाक़ातें
बेचैन करके मुझको, मुझसे यूँ ना फ़ेर नज़र
ज़रा-ज़रा बहकता है, महकता है आज तो मेरा तन-बदन
मैं प्यासी हूँ, मुझे भर ले अपनी बाँहों में
[Chorus]
ज़रा-ज़रा बहकता है, महकता है आज तो मेरा तन-बदन
मैं प्यासी हूँ, मुझे भर ले अपनी बाँहों में
है मेरी क़सम तुझको, सनम, दूर कहीं ना जा
ये दूरी कहती है, "पास मेरे आजा रे"
[Verse 1]
यूँ ही बरस-बरस काली घटा बरसे
हम यार भीग जाएँ, इस चाहत की बारिश में
मेरी खुली-खुली लटों को सुलझाए
तू अपनी उँगलियों से, मैं तो हूँ इसी ख़्वाहिश में
[Pre-Chorus]
सर्दी की रातों में हम सोए रहें इक चादर में
हम-दोनों तन्हा हो, ना कोई भी रहे इस घर में
[Chorus]
ज़रा-ज़रा बहकता है, महकता है आज तो मेरा तन-बदन
मैं प्यासी हूँ, मुझे भर ले अपनी बाँहों में
आजा रे, आ रे
[Verse 2]
तड़पाए मुझे तेरी सभी बातें
एक बार, ऐ, दीवाने, झूठा ही सही, प्यार तो कर
मैं भूली नहीं हसीं मुलाक़ातें
बेचैन करके मुझको, मुझसे यूँ ना फ़ेर नज़र
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