
Kya Dekhu Osho Jain
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[Intro]
तेरे अलावा और क्या देखूँ?
क्या माँगूँ, क्या सोचूँ?
तेरे गीतों को ओढ़ूँ
आवाज़ को तेरी छू लूँ
[Pre-Chorus]
तेरे अलावा और क्या ढूँढूँ?
क्या चाहूँ, क्या समझूँ?
तेरे हाथों से खेलूँ
साँसों को तेरी पढ़ लूँ
[Post-Chorus]
और कैसे लिख दूँ कुछ भी जिसमें
तू ही तू ना हो?
[Instrumental-break]
[Verse]
ये झील, ये झरने, नज़ारे क्यूँ देखूँ?
तुझमें ही डूबूँ, किनारे क्यूँ देखूँ?
ये झील, ये झरने, नज़ारे क्यूँ देखूँ?
तुझमें ही डूबूँ, किनारे क्यूँ देखूँ?
[Outro]
तेरे अलावा जो भी है क्यूँ है?
ये रातें, ये चाँद-सितारे क्यूँ देखूँ?
और कैसे देखूँ कुछ भी जिसमें
तू ही तू ना हो
तेरे अलावा और क्या देखूँ?
क्या माँगूँ, क्या सोचूँ?
तेरे गीतों को ओढ़ूँ
आवाज़ को तेरी छू लूँ
[Pre-Chorus]
तेरे अलावा और क्या ढूँढूँ?
क्या चाहूँ, क्या समझूँ?
तेरे हाथों से खेलूँ
साँसों को तेरी पढ़ लूँ
[Post-Chorus]
और कैसे लिख दूँ कुछ भी जिसमें
तू ही तू ना हो?
[Instrumental-break]
[Verse]
ये झील, ये झरने, नज़ारे क्यूँ देखूँ?
तुझमें ही डूबूँ, किनारे क्यूँ देखूँ?
ये झील, ये झरने, नज़ारे क्यूँ देखूँ?
तुझमें ही डूबूँ, किनारे क्यूँ देखूँ?
[Outro]
तेरे अलावा जो भी है क्यूँ है?
ये रातें, ये चाँद-सितारे क्यूँ देखूँ?
और कैसे देखूँ कुछ भी जिसमें
तू ही तू ना हो
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