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Yeh Diwane Ki Zid Hai - Mohammed Rafi
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Yeh Diwane Ki Zid Hai Mohammed Rafi

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Yeh Diwane Ki Zid Hai - Mohammed Rafi
क़ज़ा ज़ालिम सही, ये ज़ुल्म वो भी कर नहीं सकती
जहाँ में क़ैस ज़िंदा हैतो लैला मर नहीं सकती
ये दावा आज, ये दावा आज...
ये दावा आज दुनिया-भर से मनवाने की ख़ातिर आ
ये दावा आज दुनिया-भर से मनवाने की ख़ातिर आ
ये दावा आज दुनिया-भर से मनवाने की ख़ातिर आ

ये दीवाने की ज़िद है, ज़िद, ये दीवाने की ज़िद, हाँ
ये दीवाने की ज़िद है, अपने दीवाने की ख़ातिर आ
ये दीवाने की ज़िद है, अपने दीवाने की ख़ातिर आ

तेरे दर से मैं ख़ाली लौट जाऊँ, क्या क़यामत है
तेरे दर से...
तेरे दर से मैं ख़ाली लौट जाऊँ, क्या क़यामत है
तू मेरी रूह का काबा, तू मेरी रूह का काबा
मेरी जान-ए-इबादत है, मेरी जान-ए-इबादत है

जबीन-ए-शौक़, जबीन-ए-शौक़...
जबीन-ए-शौक़ के सजदों को अपनाने की ख़ातिर आ
जबीन-ए-शौक़ के सजदों को अपनाने की ख़ातिर आ
जबीन-ए-शौक़ के सजदों को अपनाने की ख़ातिर आ
ये दीवाने की ज़िद है, अपने दीवाने की ख़ातिर आ

मेरी दीवानगी...
मेरी दीवानगी की, मेरी वहशत की क़सम तुझको
मेरी दीवानगी...
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