[परिचय]
मम्म, कृपया जीवित रहें, येह
[श्लोक]
चीजें कब गलत होने लगीं?
मुझे बिल्कुल याद नहीं है
इस छोटे से कमरे में छुपकर मैं फुसफुसाता हूँ
अँधेरा ही मेरा दोस्त है (सिर्फ दोस्त)
मेरा हाथ मोक्ष के लिए आगे बढ़ रहा है
क्या मैं अजीब हूँ?
खून से सना एक कमरा
प्लीज, कोई मुझे बचा लो
[पूर्व कोरस]
चांदनी में छुप जाओ
कोई चमत्कार नहीं है
मेरी उम्मीदें विनम्र हैं
चांदनी में छुप जाओ
मैं बहुत कुछ नहीं माँग रहा हूँ
लेकिन मुझे लगता है कि यह बहुत ज्यादा है
इस बेसुध धुंधलके के अंत में
ऐसा लगता है जैसे मैं इस दुःस्वप्न से भटक गया हूं
मेरी खुली आँखों से
चमत्कार की तरह आए, चमत्कार की तरह दिखें
चमत्कार की तरह, वो चंद शब्द
मम्म, कृपया जीवित रहें, येह
[श्लोक]
चीजें कब गलत होने लगीं?
मुझे बिल्कुल याद नहीं है
इस छोटे से कमरे में छुपकर मैं फुसफुसाता हूँ
अँधेरा ही मेरा दोस्त है (सिर्फ दोस्त)
मेरा हाथ मोक्ष के लिए आगे बढ़ रहा है
क्या मैं अजीब हूँ?
खून से सना एक कमरा
प्लीज, कोई मुझे बचा लो
[पूर्व कोरस]
चांदनी में छुप जाओ
कोई चमत्कार नहीं है
मेरी उम्मीदें विनम्र हैं
चांदनी में छुप जाओ
मैं बहुत कुछ नहीं माँग रहा हूँ
लेकिन मुझे लगता है कि यह बहुत ज्यादा है
इस बेसुध धुंधलके के अंत में
ऐसा लगता है जैसे मैं इस दुःस्वप्न से भटक गया हूं
मेरी खुली आँखों से
चमत्कार की तरह आए, चमत्कार की तरह दिखें
चमत्कार की तरह, वो चंद शब्द
Comments (0)
The minimum comment length is 50 characters.