
Phir Milenge Chalte Chalte Sonu Nigam
"Phir Milenge Chalte Chalte," sung by Sonu Nigam, is a heartfelt #Pop ballad released in 2002. The song explores themes of love, separation, and hope, conveying the idea of reuniting with loved ones despite life's challenges. Its soothing melody and poignant lyrics resonate with listeners, emphasizing emotional connections and the promise of future encounters. The song has become iconic in Indian cinema, often evoking nostalgia and sentimentality.

आवारा...
आवारा...
प्यार हुआ, इक़रार हुआ
जीना यहाँ, मरना यहाँ
इन बाँहों को, इन राहों को
छोड़ ये छलिया जाए कहाँ?
माना दिल तो है अनाड़ी
ये आवारा ही सही
अरे, बोल राधा, बोल
संगम होगा कि नहीं?
हर जनम में रंग बदल के
ख़्वाबों के पर्दों पे हम खिलते
हम हैं राही प्यार के
फिर मिलेंगे चलते-चलते
हम हैं राही प्यार के
फिर मिलेंगे चलते-चलते
दिल का भँवर करे, करे पुकार जब
प्यार किसी से होता है
जिया, ओ, जिया, कुछ बोल दो
अब दर्द सा दिल में होता है
आवारा...
प्यार हुआ, इक़रार हुआ
जीना यहाँ, मरना यहाँ
इन बाँहों को, इन राहों को
छोड़ ये छलिया जाए कहाँ?
माना दिल तो है अनाड़ी
ये आवारा ही सही
अरे, बोल राधा, बोल
संगम होगा कि नहीं?
हर जनम में रंग बदल के
ख़्वाबों के पर्दों पे हम खिलते
हम हैं राही प्यार के
फिर मिलेंगे चलते-चलते
हम हैं राही प्यार के
फिर मिलेंगे चलते-चलते
दिल का भँवर करे, करे पुकार जब
प्यार किसी से होता है
जिया, ओ, जिया, कुछ बोल दो
अब दर्द सा दिल में होता है
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