
Black Jama Hai Sukhwinder Singh
"Black Jama Hai" by Sukhwinder Singh, released in 2005, is a vibrant #Bollywood track infused with energetic beats and traditional instruments. The song explores themes of celebration, freedom, and the joy of life. Its catchy rhythm and powerful vocals make it memorable, contributing to its popularity in Indian pop culture.

[Verse 1]
चीर के दीवारें
कुरेद के किवाड़ें खोद के निकाले
गड़ा है जो है तिजोरियों मैं या बंद बोरियों में
ख़ुफ़िया कहीं पे पड़ा है जो
बतलाता है काले धंधों का पारा, पारा
खजाना ये तेरा सारे का सारा
सारा, सारा
[Chorus]
है ब्लैक
जमा है ब्लैक जमा है ब्लैक जमा है
जो रशीद के बिना है
ब्लैक, जमा है ब्लैक
जमा है ब्लैक जमा है
हक़ से तेरे सौ गुना है
[Post-Chorus]
हराम से कमाया है
चुराया है चुराया है
चुराया है
आवाम की निगाह से
छुपाया के जो जमाया है
जमाया है
[Bridge]
साम दाम दंड भेद
मुझको न किसी का खेद
चु रहा है मुल्क ये
जिधर से है तू ही वो छेद
चीर के दीवारें
कुरेद के किवाड़ें खोद के निकाले
गड़ा है जो है तिजोरियों मैं या बंद बोरियों में
ख़ुफ़िया कहीं पे पड़ा है जो
बतलाता है काले धंधों का पारा, पारा
खजाना ये तेरा सारे का सारा
सारा, सारा
[Chorus]
है ब्लैक
जमा है ब्लैक जमा है ब्लैक जमा है
जो रशीद के बिना है
ब्लैक, जमा है ब्लैक
जमा है ब्लैक जमा है
हक़ से तेरे सौ गुना है
[Post-Chorus]
हराम से कमाया है
चुराया है चुराया है
चुराया है
आवाम की निगाह से
छुपाया के जो जमाया है
जमाया है
[Bridge]
साम दाम दंड भेद
मुझको न किसी का खेद
चु रहा है मुल्क ये
जिधर से है तू ही वो छेद
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