
Koi Haseena Kishore Kumar
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[Kishore Kumar - Koi Haseena के बोल]
[Chorus]
कोई हसीना जब रूठ जाती है तो
और भी हसीन हो जाती है
टेसन से गाड़ी जब छूट जाती है तो
एक, दो, तीन हो जाती है
हट, साले
[Verse 1]
हाथों में चाबुक, होंठों पे गालियाँ
हाथों में चाबुक, होंठों पे गालियाँ
बड़ी नखरे वालियाँ होती हैं तांगे वालियाँ
[Pre-Chorus]
कोई तांगे वाली जब रूठ जाती है तो
है तो, है तो और नमकीन हो जाती है
[Chorus]
कोई हसीना जब रूठ जाती है तो
और भी हसीन हो जाती है
[Verse 2]
ज़ुल्फ़ों में छैया, मुखड़े पे धूप है
ज़ुल्फ़ों में छैया, मुखड़े पे धूप है
बड़ा मज़ेदार, गोरिए, ये तेरा रंग-रूप है
[Chorus]
कोई हसीना जब रूठ जाती है तो
और भी हसीन हो जाती है
टेसन से गाड़ी जब छूट जाती है तो
एक, दो, तीन हो जाती है
हट, साले
[Verse 1]
हाथों में चाबुक, होंठों पे गालियाँ
हाथों में चाबुक, होंठों पे गालियाँ
बड़ी नखरे वालियाँ होती हैं तांगे वालियाँ
[Pre-Chorus]
कोई तांगे वाली जब रूठ जाती है तो
है तो, है तो और नमकीन हो जाती है
[Chorus]
कोई हसीना जब रूठ जाती है तो
और भी हसीन हो जाती है
[Verse 2]
ज़ुल्फ़ों में छैया, मुखड़े पे धूप है
ज़ुल्फ़ों में छैया, मुखड़े पे धूप है
बड़ा मज़ेदार, गोरिए, ये तेरा रंग-रूप है
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