
Do Kadam Sonu Nigam
"Do Kadam" by Sonu Nigam, released in 2005, is a romantic ballad that expresses the longing and desire for love. The lyrics convey a deep emotional connection, emphasizing the beauty of companionship and the journey of love. The song features soft melodies and heartfelt vocals, characteristic of Indian pop music. Its themes revolve around hope, commitment, and the joy of being together. The poignant lyrics and soothing arrangement have made it a cherished choice for romantic occasions, resonating with listeners and contributing to its enduring appeal. #Pop

[Intro]
ज़िन्दगी हाथ मिला, साथ चल, साथ में आ
उम्र भर साथ रही
[Chorus]
दो कदम और सही, दो कदम और सही
दो कदम और सही, दो कदम और सही
[Instrumental-break]
[Verse 1]
कोई सूरज की डगर, कोई सोने का नगर
चाँद के रथ पे चले, जहाँ ठहरे ये नज़र
धुप दरियाओं में है, फिर सफर पाओं में है
दिल का आवारा दिया, दुसरे गाँव में है
आओ चले हम वही
[Chorus]
दो कदम और सही, दो कदम और सही
दो कदम और सही, दो कदम और सही
[Instrumental-break]
[Verse 2]
ख्वाब ढालते हैं जहाँ, दिल पिघलते हैं जहाँ
आओ चलते हैं वही, वो ज़मीन दूर नहीं
दोस्ती होगी वहाँ, रौशनी होगी वहाँ
उस उजाले के लिए, जल चुके लाखों दिए
एक हम और सही
ज़िन्दगी हाथ मिला, साथ चल, साथ में आ
उम्र भर साथ रही
[Chorus]
दो कदम और सही, दो कदम और सही
दो कदम और सही, दो कदम और सही
[Instrumental-break]
[Verse 1]
कोई सूरज की डगर, कोई सोने का नगर
चाँद के रथ पे चले, जहाँ ठहरे ये नज़र
धुप दरियाओं में है, फिर सफर पाओं में है
दिल का आवारा दिया, दुसरे गाँव में है
आओ चले हम वही
[Chorus]
दो कदम और सही, दो कदम और सही
दो कदम और सही, दो कदम और सही
[Instrumental-break]
[Verse 2]
ख्वाब ढालते हैं जहाँ, दिल पिघलते हैं जहाँ
आओ चलते हैं वही, वो ज़मीन दूर नहीं
दोस्ती होगी वहाँ, रौशनी होगी वहाँ
उस उजाले के लिए, जल चुके लाखों दिए
एक हम और सही
Comments (0)
The minimum comment length is 50 characters.