[Verse 1]
रात को वो तब तक टहलने के लिए निकलेंगे जब तक सुबह ना हो जाए
सुबह सिर्फ़ सोने के लिए हैं
अँधेरी गलियों से वो भगवान को अपने तरीके से खोजने के लिए निकलेंगे
रात के समय को अपने रोने के लिए बचा कर रखो
अपने रोने के लिए
[Chorus]
वो गा रहे है कि ढल जा
और London में रात ढलती है
[Verse 2]
तो हम उस नदी तक पहुंच गए जहाँ पर Victorian भूत प्रार्थना करते थे
ताकि उनके श्राप टूट सकें
हम उन मेहराबों के नीचे जाते हैं जहाँ पर चुडैलें रहती हैं और वो कहती हैं कि
यहाँ पर समुद्र में एक भूतिया शहर है
समुद्र में
[Chorus]
वो गा रहे है कि ढल जा
और London में रात ढलती है
[Guitar Solo]
[Verse 3]
भगवान घरों में है, और भगवान मेरे सिर
और London के सारे कब्रिस्तानों में है
मैं भगवान को अपने बगीचे में आता हुआ देखता हूँ पर मुझे नहीं पता कि उसने क्या कहा
क्योंकि मेरा दिल खुला नहीं था
खुला नहीं था
रात को वो तब तक टहलने के लिए निकलेंगे जब तक सुबह ना हो जाए
सुबह सिर्फ़ सोने के लिए हैं
अँधेरी गलियों से वो भगवान को अपने तरीके से खोजने के लिए निकलेंगे
रात के समय को अपने रोने के लिए बचा कर रखो
अपने रोने के लिए
[Chorus]
वो गा रहे है कि ढल जा
और London में रात ढलती है
[Verse 2]
तो हम उस नदी तक पहुंच गए जहाँ पर Victorian भूत प्रार्थना करते थे
ताकि उनके श्राप टूट सकें
हम उन मेहराबों के नीचे जाते हैं जहाँ पर चुडैलें रहती हैं और वो कहती हैं कि
यहाँ पर समुद्र में एक भूतिया शहर है
समुद्र में
[Chorus]
वो गा रहे है कि ढल जा
और London में रात ढलती है
[Guitar Solo]
[Verse 3]
भगवान घरों में है, और भगवान मेरे सिर
और London के सारे कब्रिस्तानों में है
मैं भगवान को अपने बगीचे में आता हुआ देखता हूँ पर मुझे नहीं पता कि उसने क्या कहा
क्योंकि मेरा दिल खुला नहीं था
खुला नहीं था
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