
Kalank (Duet) Arijit Singh (Ft. Shilpa Rao)
На этой странице вы найдете полный текст песни "Kalank (Duet)" от Arijit Singh (Ft. Shilpa Rao). Lyrxo предлагает вам самый полный и точный текст этой композиции без лишних отвлекающих факторов. Узнайте все куплеты и припев, чтобы лучше понять любимую песню и насладиться ею в полной мере. Идеально для фанатов и всех, кто ценит качественную музыку.

[Verse 1]
हवाओं में बहेंगे, घटाओं में रहेंगे
तू बरखा मेरी, मैं तेरा बादल, पिया
जो तेरे ना हुए, तो किसी के ना रहेंगे
दीवानी तू मेरी, मैं तेरा पागल, पिया
[Chorus]
हज़ारों में किसी को तक़दीर ऐसी मिली है
एक राँझा और हीर जैसी
ना जाने ये ज़माना क्यूँ चाहे रे मिटाना
कलंक नहीं, इश्क़ है काजल, पिया
कलंक नहीं, इश्क़ है काजल, पिया
[Post-Chorus]
पिया, पिया
पिया रे, पिया रे, पिया रे
पिया रे, पिया रे, पिया रे, पिया रे, पिया रे
[Instrumental break]
[Verse 2]
दुनिया की नज़रों में ये रोग है
हो जिनको वो जानें ये जोग है
एक तरफ़ा शायद हो दिल का भरम
दो तरफ़ा है तो ये संजोग है
लाई रे जब ज़िंदगानी की कहानी ऐसे मोड़ पे
लागे रे खुद को पराए हम किसी से नैना जोड़ के
हवाओं में बहेंगे, घटाओं में रहेंगे
तू बरखा मेरी, मैं तेरा बादल, पिया
जो तेरे ना हुए, तो किसी के ना रहेंगे
दीवानी तू मेरी, मैं तेरा पागल, पिया
[Chorus]
हज़ारों में किसी को तक़दीर ऐसी मिली है
एक राँझा और हीर जैसी
ना जाने ये ज़माना क्यूँ चाहे रे मिटाना
कलंक नहीं, इश्क़ है काजल, पिया
कलंक नहीं, इश्क़ है काजल, पिया
[Post-Chorus]
पिया, पिया
पिया रे, पिया रे, पिया रे
पिया रे, पिया रे, पिया रे, पिया रे, पिया रे
[Instrumental break]
[Verse 2]
दुनिया की नज़रों में ये रोग है
हो जिनको वो जानें ये जोग है
एक तरफ़ा शायद हो दिल का भरम
दो तरफ़ा है तो ये संजोग है
लाई रे जब ज़िंदगानी की कहानी ऐसे मोड़ पे
लागे रे खुद को पराए हम किसी से नैना जोड़ के
Комментарии (0)
Минимальная длина комментария — 50 символов.