[परिचय]
एक दो तीन
एक दो-
[छंद 1]
कल, आखिरकार आ ही गई, एक धूप वाली दोपहर
मैं तुम्हारे लिए कुछ फूल खरीदने जा रहा था (ऊह)
सोचा था कि हम हीथ के एक कोने में छिप सकते हैं
मेरे लिए इतना परफेक्ट कभी कोई नहीं रहा
लेकिन मैं इससे उबर गया और मैंने कहा
"मुझे कुछ पुराना और लाल दो"
[पूर्व कोरस]
मैं इसके लिए उस समय की तुलना में अधिक भुगतान करता हूं
[सहगान]
बस कुछ नहीं हो रहा है
तुम्हारे बिना
रूज की एक बोतल
बस मैं और तुम
[श्लोक 2]
बगीचे में बैठा, मैं एक दो गिलास में हूँ
मैं उन सभी जगहों की गिनती करने की कोशिश कर रहा था जहां हम गए थे
आप हमेशा वहां हैं, इसलिए ज़्यादा मत सोचो
मैं गोरों और पिंकों से बहुत अधिक हूं
एक दो तीन
एक दो-
[छंद 1]
कल, आखिरकार आ ही गई, एक धूप वाली दोपहर
मैं तुम्हारे लिए कुछ फूल खरीदने जा रहा था (ऊह)
सोचा था कि हम हीथ के एक कोने में छिप सकते हैं
मेरे लिए इतना परफेक्ट कभी कोई नहीं रहा
लेकिन मैं इससे उबर गया और मैंने कहा
"मुझे कुछ पुराना और लाल दो"
[पूर्व कोरस]
मैं इसके लिए उस समय की तुलना में अधिक भुगतान करता हूं
[सहगान]
बस कुछ नहीं हो रहा है
तुम्हारे बिना
रूज की एक बोतल
बस मैं और तुम
[श्लोक 2]
बगीचे में बैठा, मैं एक दो गिलास में हूँ
मैं उन सभी जगहों की गिनती करने की कोशिश कर रहा था जहां हम गए थे
आप हमेशा वहां हैं, इसलिए ज़्यादा मत सोचो
मैं गोरों और पिंकों से बहुत अधिक हूं
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