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Ek Pal Ke Liye (Reprise) - Sonu Nigam
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Ek Pal Ke Liye (Reprise) Sonu Nigam

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Ek Pal Ke Liye (Reprise) - Sonu Nigam
एक पल के लिए ही सही
घड़ियाँ हमको मिली मख़मली प्यार की
इस एक पल तो जी लें ज़रा
लम्हें ये फिर मिले ना मिले
खो जाने दे सभी दूरियाँ-फ़ासले
आ दिल मिला ले और पास आ

फिर क्या हो क्या ख़बर, देखा है किसने कल
आ रात रोक लें, फिर हो ना जाए सहर
फिर क्या हो क्या ख़बर, देखा है किसने कल
आ रात रोक लें, फिर हो ना जाए सहर

[Instrumental-break]

चाँद पहलू में आ के सिमट रहा है, रात मुलायम होने लगी
आज शायद हवा में ज़रा सा नशा है या है किसी की जादूगरी
कैसा सितम है, पागल ये मन है
मर जाने को बोल रहा

फिर क्या हो क्या ख़बर, देखा है किसने कल
आ रात रोक लें, फिर हो ना जाए सहर
फिर क्या हो क्या ख़बर, देखा है किसने कल
आ रात रोक लें, फिर हो ना जाए सहर

[Instrumental-break]
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