[Lata Mangeshkar & M.G. Sreekumar "Jiya Jale" के बोल]
[Intro]
जिया जले, जान जले
जिया जले, जान जले
नैनों तले धूँआ चले, धुआँ चले
[Verse 1]
[?]
[Chorus]
जिया जले, जान जले
नैनों तले धूँआ चले, धुआँ चले
रात भर धुआँ चले
जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना सखी रे
जिया जले, जान जले
नैनों तले धूँआ चले, धुआँ चले
रात भर धुआँ चले
जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना सखी रे
जिया जले, जान जले
[Verse 2]
देखते हैं तन, मेरा मन में चुभती है नज़र
देखते हैं तन, मेरा मन में चुभती है नज़र
होंठ सिल जाते उनके नर्म होठों से मगर
गिनती रहती हूँ मैं अपनी करवटों के सिलसिले
क्या करूँ, कैसे कहूँ रात कब, कैसे ढले?
[Intro]
जिया जले, जान जले
जिया जले, जान जले
नैनों तले धूँआ चले, धुआँ चले
[Verse 1]
[?]
[Chorus]
जिया जले, जान जले
नैनों तले धूँआ चले, धुआँ चले
रात भर धुआँ चले
जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना सखी रे
जिया जले, जान जले
नैनों तले धूँआ चले, धुआँ चले
रात भर धुआँ चले
जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना सखी रे
जिया जले, जान जले
[Verse 2]
देखते हैं तन, मेरा मन में चुभती है नज़र
देखते हैं तन, मेरा मन में चुभती है नज़र
होंठ सिल जाते उनके नर्म होठों से मगर
गिनती रहती हूँ मैं अपनी करवटों के सिलसिले
क्या करूँ, कैसे कहूँ रात कब, कैसे ढले?
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