[Chorus]
ओ, नादान परिंदे, घर आजा
ओ, नादान परिंदे, घर आजा
ओ, नादान परिंदे, घर आजा
घर आजा, घर आजा, घर आजा
[Verse 1]
क्यूँ देश-विदेश फिरे मारा?
क्यूँ हाल-बेहाल थका-हारा?
क्यूँ देश-विदेश फिरे मारा?
तू रात-बिरात का बंजारा
[Chorus]
ओ, नादान परिंदे, घर आजा
घर आजा, घर आजा, घर आजा
नादान परिंदे, घर आजा
नादान परिंदे, घर आजा
नादान परिंदे, घर आजा
नादान परिंदे, घर आजा
[Verse 2]
सौ दर्द बदन पे फैले हैं
हर करम के कपड़े मैले हैं
काटे चाहे जितना परों से हवाओं को
ख़ुद से ना बच पाएगा तू
तोड़ आसमानों को, फूँक दे जहानों को
ख़ुद को छुपा ना पाएगा तू
कोई भी ले रस्ता, तू है, तू ले हँसता
अपने ही घर आएगा तू
ओ, नादान परिंदे, घर आजा
ओ, नादान परिंदे, घर आजा
ओ, नादान परिंदे, घर आजा
घर आजा, घर आजा, घर आजा
[Verse 1]
क्यूँ देश-विदेश फिरे मारा?
क्यूँ हाल-बेहाल थका-हारा?
क्यूँ देश-विदेश फिरे मारा?
तू रात-बिरात का बंजारा
[Chorus]
ओ, नादान परिंदे, घर आजा
घर आजा, घर आजा, घर आजा
नादान परिंदे, घर आजा
नादान परिंदे, घर आजा
नादान परिंदे, घर आजा
नादान परिंदे, घर आजा
[Verse 2]
सौ दर्द बदन पे फैले हैं
हर करम के कपड़े मैले हैं
काटे चाहे जितना परों से हवाओं को
ख़ुद से ना बच पाएगा तू
तोड़ आसमानों को, फूँक दे जहानों को
ख़ुद को छुपा ना पाएगा तू
कोई भी ले रस्ता, तू है, तू ले हँसता
अपने ही घर आएगा तू
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