0
Malhari - Vishal Dadlani
0 0

Malhari Vishal Dadlani

Malhari - Vishal Dadlani
बजने दे धड़क-धड़क
ढोल-ताशे धड़क-धड़क
भंडारा छिड़क-छिड़क मल्हारी
कड़क, तड़क, भड़क झाली
चटक, मटक, वटक झाली
दुश्मन की देखो जो वाट लावली

अरे, बजने दे धड़क-धड़क
ढोल-ताशे धड़क-धड़क
भंडारा छिड़क-छिड़क मल्हारी
कड़क, तड़क, भड़क झाली
चटक, मटक, वटक झाली
दुश्मन की देखो जो वाट लावली

बजने दे धड़क-धड़क
ढोल-ताशे धड़क-धड़क
भंडारा छिड़क-छिड़क मल्हारी
कड़क, तड़क, भड़क झाली
चटक, मटक, वटक झाली
दुश्मन की देखो जो वाट लावली

धीरे-धीरे बढ़ी चली, बढ़ी चली है
जो थी चिंगारी, छोटी चिंगारी
भरी-भरी, भरी-भरी, भरी-भरी है
मन की अलमारी, आज अलमारी
Comments (0)
The minimum comment length is 50 characters.
Information
There are no comments yet. You can be the first!
Login Register
Log into your account
And gain new opportunities
Forgot your password?