[Verse 1: Arijit Singh]
छुपा भी ना सकेंगे
बता भी ना सकेंगे
हुए हैं यूं तेरे
प्यार में पागल पिया
जो तेरे ना हुए तो
किसी के ना रहेंगे
की अब ना किसी और से लागे जिया
[Chorus: Arijit Singh]
हजारों में किसी को तकदीर ऐसी
मिली है एक रांझा और हीर जैसी
ना जाने ये ज़माना
क्यूं चाहे रे मिटाना
कलंक नहीं इश्क़ है काजल पिया
कलंक नहीं इश्क़ है काजल पिया
[Instrumental Break]
[Verse 2: Shilpa Rao & Arijit Singh]
ठोकर पे दुनिया है, घर बार है
दिल में जो दिलबर का दरबार है
सजदे में बैठे हैं जितनी दफा
वो मेरे मन्नत में हर बार है
उसी का अब ले रहे हैं नाम हम तो सांसों की जगह
क्यूं जाने एक दिन भी लागे
हमको बारा मासों की तरह
जो अपना है सारा, सजन्निया पे वारा
ना थामे रे किसी और का आंचल पिया
छुपा भी ना सकेंगे
बता भी ना सकेंगे
हुए हैं यूं तेरे
प्यार में पागल पिया
जो तेरे ना हुए तो
किसी के ना रहेंगे
की अब ना किसी और से लागे जिया
[Chorus: Arijit Singh]
हजारों में किसी को तकदीर ऐसी
मिली है एक रांझा और हीर जैसी
ना जाने ये ज़माना
क्यूं चाहे रे मिटाना
कलंक नहीं इश्क़ है काजल पिया
कलंक नहीं इश्क़ है काजल पिया
[Instrumental Break]
[Verse 2: Shilpa Rao & Arijit Singh]
ठोकर पे दुनिया है, घर बार है
दिल में जो दिलबर का दरबार है
सजदे में बैठे हैं जितनी दफा
वो मेरे मन्नत में हर बार है
उसी का अब ले रहे हैं नाम हम तो सांसों की जगह
क्यूं जाने एक दिन भी लागे
हमको बारा मासों की तरह
जो अपना है सारा, सजन्निया पे वारा
ना थामे रे किसी और का आंचल पिया
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