[श्लोक 1]
जैसे ही आप कमरे में चले गए मेरे पैर कांपने लगे
खून दौड़ रहा है, दिल धड़क रहा है जैसे कोई भूकंप आया हो
एक नज़र मुझ पर और मैं खुद को उन नीली आँखों में खो गया
और मैं अपना बंद नहीं कर सका, चाहे मैं कितनी भी कोशिश कर लूं
[पूर्व कोरस]
बहुत सारी भावनाएं
जब तुमने उसका नाम बताया
'क्योंकि मैं तुम्हें बहुत बुरा चाहता हूँ
कि मुझे संयम चाहिए
[सहगान]
मुझे अपनी हड्डियों को कूदने दो
नियंत्रण खोना शुरू करें
अपने कपड़े उतारना
किसी को पता नहीं चलना चाहिए
[पोस्ट-कोरस]
मुझे करने दो, मुझे जाने दो
मुझे अपनी हड्डियों को कूदने दो
(हड्डियाँ)
[श्लोक 2]
स्वार्थ की बात कहूं तो मैं आप सभी को अपने लिए चाहता हूं
और एक दिन मैं तुम्हें छोड़ने जा रहा हूँ जिसे किसी और की ज़रूरत नहीं है
जैसे ही आप कमरे में चले गए मेरे पैर कांपने लगे
खून दौड़ रहा है, दिल धड़क रहा है जैसे कोई भूकंप आया हो
एक नज़र मुझ पर और मैं खुद को उन नीली आँखों में खो गया
और मैं अपना बंद नहीं कर सका, चाहे मैं कितनी भी कोशिश कर लूं
[पूर्व कोरस]
बहुत सारी भावनाएं
जब तुमने उसका नाम बताया
'क्योंकि मैं तुम्हें बहुत बुरा चाहता हूँ
कि मुझे संयम चाहिए
[सहगान]
मुझे अपनी हड्डियों को कूदने दो
नियंत्रण खोना शुरू करें
अपने कपड़े उतारना
किसी को पता नहीं चलना चाहिए
[पोस्ट-कोरस]
मुझे करने दो, मुझे जाने दो
मुझे अपनी हड्डियों को कूदने दो
(हड्डियाँ)
[श्लोक 2]
स्वार्थ की बात कहूं तो मैं आप सभी को अपने लिए चाहता हूं
और एक दिन मैं तुम्हें छोड़ने जा रहा हूँ जिसे किसी और की ज़रूरत नहीं है
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