[Verse 1]
सुन हमनशी
क्यूँ चेहरे से कभी
हटती नही हैं इन आँखों से नाराज़गी
[Verse 2]
दिल पे कहा
हैं काबू यहा
क्यूँ चुपति नही हैं हमारी ये बेईमानगी
[Pre Chorus]
क्यूँ ये आँखों से आँखें अब मिलती नही
क्यूँ बातें अधूरी सी हैं रह चुकी
क्यूँ रातों को भी नींद आती नही
इस दिल की भी सुन ले कभी
[Chorus]
गुस्ताखियाँ
माफ़ कर दे ना
गुस्ताखियाँ
माफ़ कर दे ना
[Verse 3]
ग़लती हुई
हैं मुजसे और तुज़से कई
ये दिल हैं क्यूँ बेपरवाह, मुश्किल समझना अभी
सुन हमनशी
क्यूँ चेहरे से कभी
हटती नही हैं इन आँखों से नाराज़गी
[Verse 2]
दिल पे कहा
हैं काबू यहा
क्यूँ चुपति नही हैं हमारी ये बेईमानगी
[Pre Chorus]
क्यूँ ये आँखों से आँखें अब मिलती नही
क्यूँ बातें अधूरी सी हैं रह चुकी
क्यूँ रातों को भी नींद आती नही
इस दिल की भी सुन ले कभी
[Chorus]
गुस्ताखियाँ
माफ़ कर दे ना
गुस्ताखियाँ
माफ़ कर दे ना
[Verse 3]
ग़लती हुई
हैं मुजसे और तुज़से कई
ये दिल हैं क्यूँ बेपरवाह, मुश्किल समझना अभी
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