[Verse: Burrah]
हौले-हौले खुल गईं दिल की किवड़ियाँ
भौरी-भौरी जग गईं पुरवाइयाँ
कोरा सा, थोड़ा सा काग़ज़ी ये जहाँ
बाँचता हूँ, साँचता अपना ही आसमाँ

[Chorus]
उड़जा, रे मनवा, उड़जा
उड़जा, रे मनवा, उड़जा

[Verse: Jasleen Royal]
तुईयाँ-तुईयाँ बदरियाँ छटती जाती रे
चाँदनी अटरिया पे चकमकाती रे
तारों के तार भी जुड़ते जाते हैं
टूटी-फूटी क़िस्मतें मुस्कुराती रे

[Chorus]
उड़जा, रे मनवा, उड़जा
उड़जा, रे मनवा, उड़जा

[Verse]
धीरे-धीरे से मनवा, धीरे सब कुछ होवे
धीरे-धीरे से मनवा, धीरे सब कुछ होवे
माली सींचे १०० घड़ा, ऋतू आवे तो फल होवे
माली सींचे १०० घड़ा, ऋतू आवे तो फल होवे
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