
Har Har Gange Arijit Singh
На этой странице вы найдете полный текст песни "Har Har Gange" от Arijit Singh. Lyrxo предлагает вам самый полный и точный текст этой композиции без лишних отвлекающих факторов. Узнайте все куплеты и припев, чтобы лучше понять любимую песню и насладиться ею в полной мере. Идеально для фанатов и всех, кто ценит качественную музыку.

[Verse 1]
करम जिसे पुकारे वो पहुँचे गंगा किनारे
ना कर मैली तू गंगा, तन धोए, मन तो गंदा
पलट के फिर ना आनी बोली बात और बहता पानी
ना कर मैली तू गंगा, तन धोए, मन तो गंदा
[Pre-Chorus]
मन पावन हो गंगा में डूबे, नहाए
मन रावण जो लहरों में तूने बहाए
जो चला गया वो लौट के फिर ना आए
तेरा कर्म ही है जो संग तेरे ही जाए
मन पावन हो गंगा में डूबे, नहाए
मन रावण जो लहरों में तूने बहाए
[Chorus]
हर-हर गंगे, हर-हर गंगे, हर-हर गंगे, गंगे
हर-हर गंगे, हर-हर गंगे, हर-हर गंगे, गंगे
हर-हर गंगे, हर-हर गंगे, हर-हर गंगे, गंगे
हर-हर गंगे, हर-हर गंगे, हर-हर गंगे, गंगे
[Verse 2]
जो पास तेरे वही तेरा, बाक़ी सब मोह का फेरा
तू क्यूँ समझ ना पाया, तन मिट्टी है, मन माया?
भगवा चोला तन पे जो तू ओढ़े
हर चोला तो जाएगा पीछे छोड़े
करम जिसे पुकारे वो पहुँचे गंगा किनारे
ना कर मैली तू गंगा, तन धोए, मन तो गंदा
पलट के फिर ना आनी बोली बात और बहता पानी
ना कर मैली तू गंगा, तन धोए, मन तो गंदा
[Pre-Chorus]
मन पावन हो गंगा में डूबे, नहाए
मन रावण जो लहरों में तूने बहाए
जो चला गया वो लौट के फिर ना आए
तेरा कर्म ही है जो संग तेरे ही जाए
मन पावन हो गंगा में डूबे, नहाए
मन रावण जो लहरों में तूने बहाए
[Chorus]
हर-हर गंगे, हर-हर गंगे, हर-हर गंगे, गंगे
हर-हर गंगे, हर-हर गंगे, हर-हर गंगे, गंगे
हर-हर गंगे, हर-हर गंगे, हर-हर गंगे, गंगे
हर-हर गंगे, हर-हर गंगे, हर-हर गंगे, गंगे
[Verse 2]
जो पास तेरे वही तेरा, बाक़ी सब मोह का फेरा
तू क्यूँ समझ ना पाया, तन मिट्टी है, मन माया?
भगवा चोला तन पे जो तू ओढ़े
हर चोला तो जाएगा पीछे छोड़े
Комментарии (0)
Минимальная длина комментария — 50 символов.