0
Bolo Har Har Har - Mithoon
0 0

Bolo Har Har Har Mithoon

Bolo Har Har Har - Mithoon
[Intro: Mohit Chauhan]
आग बहे तेरी रग में
तुझ सा कहाँ कोई जग में
है वक्त का तू ही तो पहला पहर
तू आँख जो खोले तो ढाए कहर

[Chorus]
तो बोलो, "हर हर हर"
तो बोलो, "हर हर हर"
तो बोलो, "हर हर हर"

[Verse 1: Badshah]
ना आदि, ना अंत है उसका
वो सबका, ना इनका-उनका
वही है माला, वही है मनका
मस्त मलंग वो अपनी धुन का
जंतर मंतर तंतर ज्ञानी
है सर्वग्य स्वाभिमानी
मृत्युंजय है महाविनाशी
ओमकार है इसी की वाणी
(इसी की, इसी की, इसी की वाणी)
(इसी की, इसी की, इसी की वाणी)
भांग धतूरा, बेल का पत्ता
तीनों लोक इसी की सत्ता
विष पीकर भी अडिग, अमर है
महादेव हर-हर है जपता
Comments (0)
The minimum comment length is 50 characters.
Information
There are no comments yet. You can be the first!
Login Register
Log into your account
And gain new opportunities
Forgot your password?