
Riha Anuv Jain
На этой странице вы найдете полный текст песни "Riha" от Anuv Jain. Lyrxo предлагает вам самый полный и точный текст этой композиции без лишних отвлекающих факторов. Узнайте все куплеты и припев, чтобы лучше понять любимую песню и насладиться ею в полной мере. Идеально для фанатов и всех, кто ценит качественную музыку.

[Anuv Jain "Riha" के बोल]
[Verse 1]
रेत पे पैरों से तेरे निशान मेरे दिल पर
लोगो की लहरों सी, हाए
बातों से मिटेंगे कब तक
हो जाना तू रिहा, मेरे
हो जाना तू रिहा, मेरे
न होना चाहूँ मैं
न हो सकूँ कभी
[Verse 2]
तस्वीरों में मुस्कुराहट थी
अब मेरे चेहरे पे है क्यों नहीं, यह पूछते
इन ग़ैरों को है समझ नहीं कोई
तस्वीरों में तुम भी खड़ी थी
मिश्री सी यह यादें संभली पड़ी
तुम बिन में मेरे हो
तू है नूर सा, नूर ही है अलग
तू ऐसे मेरा है जान
लए से आ जा मेरे
मेरी निंदियों में तुम ऐसे ओ
बंद पलकों तले
तुम हर एक पल मेरे पास हो
[Bridge]
तू है नहीं, तू है मगर
तू है नहीं, मैं कौन हूँ
तू है परिन्दों-सा यूँ उड़ चला
बिन तेरे बता मैं कौन हूँ
[Verse 1]
रेत पे पैरों से तेरे निशान मेरे दिल पर
लोगो की लहरों सी, हाए
बातों से मिटेंगे कब तक
हो जाना तू रिहा, मेरे
हो जाना तू रिहा, मेरे
न होना चाहूँ मैं
न हो सकूँ कभी
[Verse 2]
तस्वीरों में मुस्कुराहट थी
अब मेरे चेहरे पे है क्यों नहीं, यह पूछते
इन ग़ैरों को है समझ नहीं कोई
तस्वीरों में तुम भी खड़ी थी
मिश्री सी यह यादें संभली पड़ी
तुम बिन में मेरे हो
तू है नूर सा, नूर ही है अलग
तू ऐसे मेरा है जान
लए से आ जा मेरे
मेरी निंदियों में तुम ऐसे ओ
बंद पलकों तले
तुम हर एक पल मेरे पास हो
[Bridge]
तू है नहीं, तू है मगर
तू है नहीं, मैं कौन हूँ
तू है परिन्दों-सा यूँ उड़ चला
बिन तेरे बता मैं कौन हूँ
Комментарии (0)
Минимальная длина комментария — 50 символов.