कोई तारा चमके रूह में
और मुझको राह दिखाए
कोई करम हो सूने साज़ पे
और, और, और, और, और

रब्बा, और सहा ना जाए
कुछ तो बोल, बोल, बोल
रब्बा, क़िस्मत के दरवाज़े
अब तो खोल, खोल, खोल

रब्बा, और सहा ना जाए
कुछ तो बोल, बोल, बोल
रब्बा, क़िस्मत के दरवाज़े
अब तो खोल, खोल, खोल

मेरे सारे सपने
बंद हैं जिस बक्से में
रब्बा, कर दे उस बक्से में
कोई hole, hole, hole
रब्बा, और सहा ना जाए
कुछ तो बोल, बोल, बोल

जगमग-जगमग इन गलियों में
हमको थोड़ी जगह दिला दे
जगमग-जगमग इन गलियों में
हमको थोड़ी जगह दिला दे
वहाँ हमारा दिल ना माने
उठा वहाँ से, यहाँ बिठा दे
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