
Apna Bana Le Arijit Singh, Sachin-Jigar & Amitabh Bhattacharya
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[Chorus: Arijit Singh]
तू मेरा कोई ना होके भी कुछ लागे
तू मेरा कोई ना होके भी कुछ लागे
किया रे जो भी तूने, कैसे किया रे?
जिया को मेरे बाँध ऐसे लिया रे
समझ के भी ना समझ मैं सकूँ
सवेरों का मेरे तू सूरज लागे
तू मेरा कोई ना होके भी कुछ लागे
तू मेरा कोई ना होके भी कुछ लागे
तू मेरा कोई ना होके भी कुछ लागे
[Post-Chorus: Choir, Arijit Singh]
अपना बना ले, पिया, अपना बना ले, पिया
अपना बना ले मुझे, अपना बना ले, पिया
अपना बना ले, पिया, अपना बना ले, पिया
दिल के नगर में शहर तू बसा ले, पिया
[Instrumental-Break]
[Verse 1: Arijit Singh]
छूने से तेरे, हाँ, तेरे, हाँ, तेरे
फीकी रुतों को रंग लगे
Mmm, छूने से तेरे, हाँ, तेरे, हाँ, तेरे
फीकी रुतों को रंग लगे
तेरी दिशा में क्यूँ चलने से मेरे
पैरों को पंख लगे?
रहा ना मेरे काम का जग सारा
हो बस तेरे नाम से ही गुज़ारा
उलझ के यूँ ना सुलझ मैं सकूँ
तू मेरा कोई ना होके भी कुछ लागे
तू मेरा कोई ना होके भी कुछ लागे
किया रे जो भी तूने, कैसे किया रे?
जिया को मेरे बाँध ऐसे लिया रे
समझ के भी ना समझ मैं सकूँ
सवेरों का मेरे तू सूरज लागे
तू मेरा कोई ना होके भी कुछ लागे
तू मेरा कोई ना होके भी कुछ लागे
तू मेरा कोई ना होके भी कुछ लागे
[Post-Chorus: Choir, Arijit Singh]
अपना बना ले, पिया, अपना बना ले, पिया
अपना बना ले मुझे, अपना बना ले, पिया
अपना बना ले, पिया, अपना बना ले, पिया
दिल के नगर में शहर तू बसा ले, पिया
[Instrumental-Break]
[Verse 1: Arijit Singh]
छूने से तेरे, हाँ, तेरे, हाँ, तेरे
फीकी रुतों को रंग लगे
Mmm, छूने से तेरे, हाँ, तेरे, हाँ, तेरे
फीकी रुतों को रंग लगे
तेरी दिशा में क्यूँ चलने से मेरे
पैरों को पंख लगे?
रहा ना मेरे काम का जग सारा
हो बस तेरे नाम से ही गुज़ारा
उलझ के यूँ ना सुलझ मैं सकूँ
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