0
Agar Yeh Husn Mera - Lata Mangeshkar
0 0

Agar Yeh Husn Mera Lata Mangeshkar

На этой странице вы найдете полный текст песни "Agar Yeh Husn Mera" от Lata Mangeshkar. Lyrxo предлагает вам самый полный и точный текст этой композиции без лишних отвлекающих факторов. Узнайте все куплеты и припев, чтобы лучше понять любимую песню и насладиться ею в полной мере. Идеально для фанатов и всех, кто ценит качественную музыку.
Agar Yeh Husn Mera - Lata Mangeshkar
अगर ये हुस्न मेरा प्यार के शोलों में ढल जाए
अगर ये हुस्न मेरा प्यार के शोलों में ढल जाए
तो फिर इंसान है क्या चीज़, पत्थर भी पिघल जाए
तो फिर इंसान है क्या चीज़, पत्थर भी पिघल जाए
तो पत्थर भी पिघल जाए

भरी महफ़िल में
हर कोई मुझे अपना समझता हैं

मेरी महफ़िल का ना पूछो आलम
कोई शोला है तो कोई शबनम है
शौक़-ए-दीदार यहाँ हैं सब को
दिल का आज़ार यहाँ हैं सब को
सब मेरे प्यार के मस्ताने हैं
सब मेरे हुस्न के दीवाने हैं

तक़ाज़ा हुस्न का ये है सभी को एक नज़र देखूँ
यहाँ देखूँ, वहाँ देखूँ, इधर देखूँ, उधर देखूँ

क्योंकि भरी महफ़िल में
हर कोई मुझे अपना समझता हैं

अगर मैं एक तरफ़ देखूँ तो दीवानों में चल जाए
अगर ये हुस्न मेरा प्यार के शोलों में ढल जाए
तो फिर इंसान है क्या चीज़, पत्थर भी पिघल जाए
तो पत्थर भी पिघल जाए
Комментарии (0)
Минимальная длина комментария — 50 символов.
Информация
Комментариев пока нет. Вы можете быть первым!
Войти Зарегистрироваться
Войдите в свой аккаунт
И получите новые возможности