0
Yeh Raat Bheegi Bheegi - Lata Mangeshkar & Manna Dey
0 0

Yeh Raat Bheegi Bheegi Lata Mangeshkar & Manna Dey

Yeh Raat Bheegi Bheegi - Lata Mangeshkar & Manna Dey
[Intro]
ये रात भीगी-भीगी, ये मस्त फ़िज़ाएँ
उठा धीरे-धीरे वो चाँद प्यारा-प्यारा

[Chorus]
ये रात भीगी-भीगी, ये मस्त फ़िज़ाएँ
उठा धीरे-धीरे वो चाँद प्यारा-प्यारा
क्यूँ आग सी लगा के गुमसुम है चाँदनी?
सोने भी नहीं देता मौसम का ये इशारा

[Verse 1]
इठलाती हवा, नीलम का गगन
कलियों पे ये बेहोशी की नमी
ऐसे में भी क्यूँ बेचैन हैं दिल?
जीवन में ना जाने क्या है कमी

[Chorus]
क्यूँ आग सी लगा के गुमसुम है चाँदनी?
सोने भी नहीं देता मौसम का ये इशारा
ये रात भीगी-भीगी, ये मस्त फ़िज़ाएँ
उठा धीरे-धीरे वो चाँद प्यारा-प्यारा

[Instrumental Break]

[Verse 2]
जो दिन के उजाले में ना मिला
दिल ढूँढे ऐसे सपने को
इस रात की जगमग में डूबी
मैं ढूँढ रही हूँ अपने को
Comments (0)
The minimum comment length is 50 characters.
Information
There are no comments yet. You can be the first!
Login Register
Log into your account
And gain new opportunities
Forgot your password?