[Intro]
ये रात भीगी-भीगी, ये मस्त फ़िज़ाएँ
उठा धीरे-धीरे वो चाँद प्यारा-प्यारा
[Chorus]
ये रात भीगी-भीगी, ये मस्त फ़िज़ाएँ
उठा धीरे-धीरे वो चाँद प्यारा-प्यारा
क्यूँ आग सी लगा के गुमसुम है चाँदनी?
सोने भी नहीं देता मौसम का ये इशारा
[Verse 1]
इठलाती हवा, नीलम का गगन
कलियों पे ये बेहोशी की नमी
ऐसे में भी क्यूँ बेचैन हैं दिल?
जीवन में ना जाने क्या है कमी
[Chorus]
क्यूँ आग सी लगा के गुमसुम है चाँदनी?
सोने भी नहीं देता मौसम का ये इशारा
ये रात भीगी-भीगी, ये मस्त फ़िज़ाएँ
उठा धीरे-धीरे वो चाँद प्यारा-प्यारा
[Instrumental Break]
[Verse 2]
जो दिन के उजाले में ना मिला
दिल ढूँढे ऐसे सपने को
इस रात की जगमग में डूबी
मैं ढूँढ रही हूँ अपने को
ये रात भीगी-भीगी, ये मस्त फ़िज़ाएँ
उठा धीरे-धीरे वो चाँद प्यारा-प्यारा
[Chorus]
ये रात भीगी-भीगी, ये मस्त फ़िज़ाएँ
उठा धीरे-धीरे वो चाँद प्यारा-प्यारा
क्यूँ आग सी लगा के गुमसुम है चाँदनी?
सोने भी नहीं देता मौसम का ये इशारा
[Verse 1]
इठलाती हवा, नीलम का गगन
कलियों पे ये बेहोशी की नमी
ऐसे में भी क्यूँ बेचैन हैं दिल?
जीवन में ना जाने क्या है कमी
[Chorus]
क्यूँ आग सी लगा के गुमसुम है चाँदनी?
सोने भी नहीं देता मौसम का ये इशारा
ये रात भीगी-भीगी, ये मस्त फ़िज़ाएँ
उठा धीरे-धीरे वो चाँद प्यारा-प्यारा
[Instrumental Break]
[Verse 2]
जो दिन के उजाले में ना मिला
दिल ढूँढे ऐसे सपने को
इस रात की जगमग में डूबी
मैं ढूँढ रही हूँ अपने को
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